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जम्मू-कश्मीर को दहलाने की साजिश नाकाम, श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिला आईईडी से भरा संदिग्ध बैग

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जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से आतंकी गतिविधियां तेज हो गई हैं. इस बीच सोमवार सुबह श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर टीसीपी पलहालन के पास एक संदिग्ध बैग मिलने के बाद हड़कंप मच गया. बैग मिलने की सूचना मिलते ही भारी संख्या में सुरक्षा बल मौके पर पहुंच गए. उसके बाद सुरक्षा बलों ने बैग की जांच की. बताया जा रहा है कि जांच के दौरान पता चला कि बैग में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) प्लांट किया गया था. इसके बाद सुरक्षा बलों ने उसे नष्ट कर दिया. इससे एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर को दहलाने की आतंकियों की कोशिश नाकाम हो गई.

बता दें कि इससे पहले रविवार (8 दिसंबर) को उधमपुर में पुलिस बैन से दो पुलिसकर्मियों के शव मिले थे. शुरुआत में पता चला कि दोनों की मौत एके-47 राइफल की गोली से हुई है. जांच में पता चला कि दोनों जवानों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. उसके बाद एक पुलिसकर्मी ने अपने साथी को गोली मार दी. उसके बाद उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.

घटना रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे उस वक्त हुई जब दोनों पुलिसकर्मी सोपोर से रियासी के तलवाड़ा ट्रेनिंग सेंटर के लिए सरकारी वाहन से जा रहे थे. गाड़ी में एक अन्य पुलिसकर्मी भी था. इस दौरान जैसे ही गाड़ी रैंबल क्षेत्र में स्थित काली माता मंदिर के पास पहुंची, दो पुलिसकर्मियों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई.

घटना की सूचना मिलने के बाद रैंबल पुलिस थाने के प्रभारी निशाद संबूरिया अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए. उन्होंने दोनों पुलिसकर्मियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जीएमसी उधमपुर भिजवाया. इस घटना में मारे गए पुलिसकर्मियों की पहचान वाहन चालक कांस्टेबल मनजीत सिंह और हेड कांस्टेबल मोहम्मद शुजा मलिक के तौर पर की गई है.

वहीं पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों ने शवों को पुलिस के हवाले कर दिया. घटना के बाद एसएसपी उधमपुर अमोद नागपुरे ने कहा कि अभी तक की जांच में यही पता चला है कि वाहन में सवार दो पुलिस कर्मियों में घटना से पहले कहासुनी हुई थी. वहीं वाहन में सवार तीसरा पुलिसकर्मी सुरक्षित बच गया. उससे भी पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही पुलिस ने मौके पर जाकर फॉरेंसिक टीम के साथ जांच की.

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