संसद में चल रहे शीतकालानी सत्र की कार्यवाही के दौरान अचानक से 2 युवक कूद गए. इसके चलते सदन में अफरा-तफरी मच गई. हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने दोनों युवकों को पकड़कर गिरफ्तार कर लिया. दोनों युवकों ने विजिट गैलरी से छलांग लगाई और फिर सांसदों के सीट तक जा पहुंचे.
इस दौरान एक युवक ने अपने जूते से स्प्रे निकाला और नारेबाजी करते हुए स्प्रे छिड़कने लगा, जिससे सदन में धुआं फैलने लगा. शून्यकाल के दौरान हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. बता दें कि आज संसद पर हमले की बरसी भी है. इस दौरान पीएम मोदी सहित अन्य नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘दो युवक गैलरी से कूद गए और उनके द्वारा कुछ फेंका गया जिससे गैस निकल रही थी. उन्हें सांसदों ने पकड़ लिया. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला. सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. यह निश्चित रूप से एक सुरक्षा उल्लंघन है क्योंकि आज हम 2001 (संसद हमले) में अपने प्राणों की आहुति देने वाले लोगों की पुण्य तिथि मनाई.’
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद डिंपल यादव ने कहा, ‘जो भी लोग यहां आते हैं, चाहे वे आगंतुक हों या पत्रकार, वे टैग नहीं रखते हैं. इसलिए, मुझे लगता है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से सुरक्षा चूक है. लोकसभा के अंदर कुछ भी हो सकता था.’
वहीं संसद भवन के सामने ट्रांसपोर्ट भवन की तरफ एक महिला और एक पुरुष ने नारेबाजी करते हुए टियर स्मॉग छोड़ा. इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया. हिरासत में ली गई महिला की पहचान 42 वर्षीय नीलम के रूप में हुई है, जो हिसार की रहने वाली है. वहीं युवक की पहचान 25 वर्षीय अमोल शिंदे के रूप में हुई है, जो महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है.
टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘यह एक भयानक अनुभव था. कोई भी अनुमान नहीं लगा सका कि उनका लक्ष्य क्या था और वे ऐसा क्यों कर रहे थे. हम सभी तुरंत सदन से बाहर चले गए, लेकिन यह एक सुरक्षा चूक थी. वे धुआं छोड़ने वाले उपकरणों के साथ कैसे प्रवेश कर सकते थे?’