शिमला| हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बड़ा बवाल हुआ है. शिमला के संजौली में मस्जिद (Sanjauli Masjid Vivadh) में अवैध निर्माण को लेकर एक बार फिर से हिंदू संगठनों ने बड़ा प्रदर्शन किया है. यहां पर पुलिस संजौली से ढली तक रास्ता बंद कर दिया है. हालांकि, अब प्रदर्शन उग्र हो गया है. प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं और संजौली में मस्जिद की भीढ़ बढ़ने लगी हैं. शिमला में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया गया. फिलहाल, यहां पर कई लोगों के घायल होने की भी खबर हैं.
जानकारी के अनुसार, शिमला पुलिस ने संजौली के आसपास भारी पुलिस बल लगाए गए थे. 11 बजे प्रदर्शन का समय तय किया गया था. लेकिन पुलिस ने किसी संजौली में दुकानें और अन्य लोगों को हटा दिया. हिंदू नेता कमल गौतम संजौली चौक पर पहुंचे थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें समर्थकों सहित डिटेन कर लिया. इसके बाद ढली की तरफ से पुलिस ने दोनों टनलों को बंद कर दिया तो प्रदर्शनकारी ढली सब्जी मंडी पर सड़क पर बैठ गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसके बाद प्रदर्शनकारी यहां से आगे बढ़े और फिर बैरिकैड्स को तोड़ दिया.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ दिए औऱ ऊपर से आगे बढ़े. लेकिन इस बीच पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. प्रदर्शनकारियों में शामिल एक शख्स ने कहा कि यह अस्मिता की लड़ाई है और इसलिए संजौली के सभी लोग यहां पर पहुंचे. यह हिंदू मुस्लिम का विवाद नहीं है. एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमने कहा था कि हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. हमें शांति से धरना देने की इजाजत मिलनी चाहिए थी.
संजौली में प्रदर्शनकारी मस्जिद से कुछ दूरी पर पहुंच गए हैं. वहीं, लगातार लाठियां भांज रही है. वहीं, वॉट्रर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया है. हालांकि, लोग पानी से बचने के लिए छाते लेकर पहुंचे हुए हैं. पुलिस के सामने भीड़ बेकाबू हो रही है. पुलिस की एक्स्ट्रा फोर्स भी बुलाई गई है. ऐसे में पुलिस के इंतजाम फेल हो गए हैं. 1000 के करीब पुलिस बल तैनात किया गया था. लेकिन प्रदर्शनकारी को रोकने में पुलिस नाकाम रही है. उधर, कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना चाहिए. कानून अपना काम कर रहा है. पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया गया है. उधर, अब पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागने की भी तैयारी की जा रही है.