ईशा फाउंडेशन के सद्गुरु जग्गी वासुदेव की दिल्ली के एक अस्पताल में आपातकालीन ब्रेन सर्जरी कराई गई. ईशा फाउंडेशन के सद्गुरु की ब्रेन सर्जरी से पहले उनकी जान को खतरा था. सद्गुरु बीते चार हफ्ते से गंभीर सिरदर्द का अनुभव कर रहे थे.
डॉक्टरों को पता था कि उनके मस्तिष्क में भारी रक्तस्राव और सूजन की स्थिति थी. इसके बाद उन्हें सर्जरी करानी पड़ी. बताया जा रहा है कि सद्गुरु के मस्तिष्क में सूजन थी. इसका पता 17 मार्च को चला. डॉक्टर विनीत सूरी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि सद्गुरु का जीवन गंभीर खतरे की स्थिति में था.
डॉक्टर ने बताया कि सीटी स्कैन में रक्तस्राव के साथ उनके मस्तिष्क में गंभीर सूजन थी. सद्गुरु को बीते चार हफ्ते से सिरदर्द की गंभीर शिकायत थी. इस सिरदर्द को वह लगातार नजरअंदाज कर रहे थे. वह अपनी रोजना की गतिविधियों में मशगूल थे. ये दर्द 15 मार्च को अधिक हो गया था. उसने मुझसे संपर्क किया.
डॉक्टरों की एक टीम ने उनके ब्रेन में रक्तस्राव को रोकने को लेकर अस्पताल आने के कुछ घंटों के अंदर उनकी आपातकालीन मस्तिष्क सर्जरी को अंजाम दिया. सर्जरी के बाद सद्गुरु को वेंटिलेटर से हटाया गया. डॉक्टर ने आगे कहा कि उन्होंने एमआरआई (MRI) किया. इससे पता चला कि उनके मस्तिष्क में भारी रक्तस्राव हुआ था.