महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी के लिए राहत भरी खबर है. दरअसल, देश की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) में गिरावट दर्ज की गई है. 12 दिसंबर को जारी डेटा के मुताबिक, खाने-पीने की चीजों की कीमतों में नरमी की वजह से नवंबर में भारत की खुदरा महंगाई दर घटकर 5.48 फीसदी पर आ गई.
नेशनल स्टैटिकल ऑफिस यानी एनएसओ (NSO) की ओर से गुरुवार को जारी डेटा के मुताबिक, भारत की कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) बेस्ड महंगाई दर बीते महीने 5.48 फीसदी रही. इससे पहले अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 6.21 फीसदी थी. नवंबर महीने में फूड इंफ्लेशन घटकर 9 फीसदी रहा, जो अक्टूबर में 10.9 फीसदी रहा था.
हालांकि यह लगातार तीसरा महीना है, जब खुदरा महंगाई दर 5 फीसदी के ऊपर बनी हुई है. रिजर्व बैंक को खुदरा महंगाई 2 फीसदी घट-बढ़ के साथ 4 फीसदी पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है यानी महंगाई दर 2 से 6 फीसदी के बैंड के बीच रहनी चाहिए.
महंगाई दर के ऊंचा रहने के चलते आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (RBI MPC) ने पिछले 11 बैठकों ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. 6 दिसंबर को हुई पिछली बैठक में उसने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया था.
गौरतलब है कि इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के मोर्चे पर भारत के लिए अच्छी खबर है. फेस्टिव सीजन के चलते भारत की इंडस्ट्रियल ग्रोथ अक्टूबर में 3 महीने के उच्चतम स्तर 3.5 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि पिछले महीने सितंबर में यह दर 3.1 फीसदी थी. अगस्त में मामूली गिरावट के बाद अक्टूबर लगातार दूसरा महीना है जब इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में बढ़ोतरी हुई है.