वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार मखाना बोर्ड का ऐलान किया. तो चलिए जानते हैं बजट भाषण की खास बातें
किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ी: अब किसान क्रेडिट कार्ड से 5 लाख तक का लोन मिलेगा
दलहन में तेजी: दलहन में आत्मनिरता पर फोकस करना होगा. किसानों के पास और उपजाने का सामर्थ्य है. किसानों ने फसल उत्पागन बढाया और सरकार ने खरीद में मदद की. हमारी सरकार अब तूर, उरद आदि पर फोकस करेगी.
बिहार मखाना बोर्ड: वहीं, बिहार के लिए बड़ा ऐलान करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि बिहार मखाना बोर्ड की स्थापना होगी. यह बोर्ड मखाना किसानों को सहायता उपलब्ध कराएगा.
मछली पकड़ने पर जोर: इतना ही नहीं, सतत मछली पकड़ने को बढ़ावा दिया जाएगा. मत्स्य उद्योग में भारत दूसरे नंबर पर है. समुद्री खाद्य का मूल्य 60 हजार करोड़ है. अंडमान निकोबार पर विशेष ध्यान देते हुए सतत मछली पकड़ने को बढ़ावा देगी.
AI सेंटर को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ आवंटित किए गए हैं.
अगले 5 वर्षों में 75000 नई मेडिकल सीटें.
सरकार शहरी क्षेत्रों में सुधार को प्रोत्साहित करने के लिए 1 लाख करोड़ की नीधि की व्यवस्था.
परमाणु ऊर्जा के विकास के लिए निजी क्षेत्र के साथ सहयोग.
12 लाख तक की कमाई पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगेगा.
वित्त मंत्री ने कहा- कि न्यू इनकम टैक्स बिल अगले हफ्ते लाया जाएगा. इन डायरेक्ट टैक्स रिफॉर्म को बाद में बताएंगे.
कैंसर की दवाएं सस्ती होंगी, पिछले 4 साल का IT रिटर्न एकसाथ फाइल कर सकेंगे.
वरिष्ठ नागरिकों के लिए TDS की सीमा 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख कर दी गई है.
इनकम टैक्स फाइलिंग की सीमा को 2 साल से बढ़ाकर 4 साल कर दिया है.
अगले 6 साल मसूर, तुअर जैसी दालों की पैदावार बढ़ाने के लिए फोकस रहेगा.
किसान क्रेडिट कार्ड पर कर्ज की लिमिट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख होगी.
बिहार में मखाना बोर्ड बनेगा, इससे छोटे किसानों और व्यापारियों को फायदा.
छोटे उद्योगों को विशेष क्रेडिट कार्ड, पहले साल 10 लाख कार्ड जारी होंगे.