इन दिनों संसद का मानसून सत्र चल रहा है. गुरुवार को विनेश फोगाट के ओलंपिक से बाहर होने को लेकर राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ है. दरअसल विपक्ष के नेता खड़गे ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन सभापति ने इसकी अनुमति नहीं दी.
जब टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने अपनी आवाज उठाने की कोशिश की, तो सभापति ने चेतावनी दी. उन्होंने डेरेक को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने यही हरकत दोहराई, तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. विपक्षी कांग्रेस-टीएमसी और अन्य ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
इसके बाद सभापति धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस की वरिष्ठतम नेता भी इस सदन की सदस्य हैं, जो मैं हाल के दिनों में देख रहा हूं और जिस तरह से चुनौती शब्दों से, पत्र के माध्यम से, अखबार के माध्यम द्वारा… कितनी गलत टिप्पणी की है मैंने देखा है. मेरे को यह चुनौती नहीं दी जा रही है, यह चुनौती सभापति के पद को दी जा रही है. ये चुनौती इसलिए दी जा रही है कि जो व्यक्ति इस पद पर बैठा है वो इसके लायक नहीं है, ऐसा ये लोग सोचते हैं.’
धनखड़ ने आगे कहा, ‘सदन की गरिमा को कम मत करिए .. अमर्यादित आचरण मत अपनाइए .. जयराम रमेश हंसिए मत .. आपकी आदतें मुझे पता है .. कुछ सांसद गलत टिप्पणी करते है .. मुझे हाउस का समर्थन जितना चाहिए था उतना नहीं मिला है. मैंने प्रयास में कोई कमी नहीं की. अब मेरे पास एक ही विकल्प है कि मैं अपनी शपथ से दूर नहीं भाग रहा हूं. मैंने आज जो देखा है, सदस्य ने जिस तरह का व्यवहार किया, शारीरिक रूप से किया है, जिस तरह का व्यवहार इधर से भी हुआ है. मैं कुछ समय के लिए अपने आप को यहां बैठने में सक्षम नहीं पा रहा हूं.’