इस देश के साथ-साथ दुनिया के सबसे बुजुर्ग टाइगर कहे जाने वाले राजा की मौत हो गई है. राजा की मौत पश्चिम बंगाल के एसकेबी रेस्क्यू सेंटर में लगभग सुबह 3 बजे हुई है. राजा की उम्र 25 साल 10 महीने बताई जा रही है.
इस तरह से वो देश का सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला बाघ था. राजा की मौत पर रेस्क्यू सेंटर के कर्मचारियों ने दुख व्यक्त किया और उसके ऊपर फूल भी चढ़ाए.
बताया जा रहा है कि 23 अगस्त को ‘राजा’ का 27वां जन्मदिन मनाया जाना था और वन विभाग की ओर से राजा के जन्मदिन को धूमधाम से मनाने की तैयारी भी कर ली गई थी. वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि साल 2008 से राजा नाम के इस बाघ को सुंदरवन से घायल हालत में पकड़ा गया था.
तब से इसे टाइगर पुनर्वासन केंद्र में रखा गया था. इस मामले पर अलीपुरद्वार के डीएम एसके मीणा का कहना है कि साल 2008 में रॉयल बंगाल टाइगर पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया था और इसे सुंदरवन से पकड़ा था.
राजा का पोस्टमार्टम भी किया गया है जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है.राजा बहुत बूढ़ा भी हो गया था और उसकी तबियत ठीक नहीं रहती थी. उसकी मौत दुर्भाग्यपूर्ण है और उसको देखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है.
वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि सुंदरवन में मातला नदी पार करने के दौरान मगरमच्छ ने हमला कर दिया था जिससे राजा का पिछला हिस्सा बुरी तरह घायल हो गया था. पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले स्थित सुंदरबन में बाघों की संख्या 96 थी. राजा की मौत के बाद ये संख्या घटकर 95 हो गई है.
चार साल बाद नवंबर 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक बाघों की गणना कराई गई थी. गणना में सुंदरवन में 96 बाघों के होने की जानकारी मिली थी. इससे पहले सुंदरवन में 88 बाघों के होने का अनुमान लगाया गया था.