महाराष्ट्र में महायुति भारी बहुमत के साथ वापसी कर रही है. जबकि झारखंड में जेएमएम को बहुमत मिलता दिख रहा है. लेकिन इन सबके बीच केरल की हॉट सीट वायनाड पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. पहली बार चुनावी मैदान में उतरीं प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
बता दें कि वायनाड लोकसभा सीट से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद ये सीट खाली हो गई थी, उपचुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर प्रियंका गांधी को चुनावी मैदान में उतारा. पहली बार चुनावी मैदान में उतरीं प्रियंका गांधी ने मोर्चा मार लिया और जीत दर्ज कर ली. इसी के साथ उन्होंने राहुल गांधी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया.
पहली बार चुनावी मैदान में उतरीं प्रियंका गांधी को वायनाड में 6 लाख 22 हजार 338 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को 2 लाख 11 हजार 407 मत प्राप्त हुए. यानी प्रियंका गांधी ने इस सीट पर कुल 4 लाख 10 हजार 931 वोटों से जीत हासिल हुई. वहीं बीजेपी उम्मीदवार नव्या हरिदास को यहां 109939 वोट ही मिले.
बता दें कि वायनाड के चुनावी मैदान में इस बार कुल 16 उम्मीदवार थे. इनमें से सबसे कम निर्दलीय उम्मीदवार अजीत कुमार को मिले हैं. उन्हें सिर्फ 189 वोट मिले. इस सीट पर एक तरफा मुकाबला देखने को मिला, जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी 622338 वोट प्राप्त कर जीत गई. उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को चार लाख 10 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है. प्रियंका गांधी की जीत कांग्रेस पार्टी के लिए सकारात्मक संकेत लेकर आई है. जिससे प्रियंका का आत्मविश्वास बढ़ेगा. ये नतीजे आगामी चुनावों में पार्टी की रणनीति और नेतृत्व को प्रभावित कर सकते हैं.
बता दें कि राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 3,64,422 वोटों से जीत हासिल की थी. उन्हें कुल 6,47,445 वोट मिले थे. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी सीपीआई की एनी राजा को हराया था. जबकि यहां बीजेपी के सुरेंद्रन 1,41,045 वोट प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहे थे. इस लिहाज से प्रियंका गांधी ने जीत के मामले में अपने भाई का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, सीपीआई (एम) के पीपी सुनीर को 4,31,770 वोटों के बड़े अंतर से हराया था. यह अंतर भारतीय चुनावी इतिहास में सबसे बड़े जीत के अंतर में से एक था. तब राहुल गांधी को 7,06,367 वोट मिले थे. जबकि पीपी सुनीर को 2,74,597 मत प्राप्त हुए थे.