हिंसाग्रस्त मणिपुर से बड़ी खबर सामने आई है. मणिपुर में गुरुवार से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया. हाल ही में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अपने पद से 9 फरवरी को दिया था. उनके इस्तीफे के बाद संभावित मुख्यमंत्री के नाम पर ऐलान नहीं हो पाने के बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू होने की खबर सामने आई है.
सीएम एन बीरेन ने रविवार को इंफाल राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंपा था. हालांकि, तब राज्यपाल ने उनको नई सरकार का गठन होने तक जिम्मेदारी संभालने का निर्देश दिया था. 9 फरवरी के बाद से अबतक वे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे. लेकिन, चार दिन बीत जाने के बाद भी नए सीएम को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका. इसके बाद मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया.
मणिपुर लंबे समय से जातीय हिंसा से जूझ रहा है. इसके चलते ही एन बीरेन को लेकर लगातार आलोचना का सामना करना पड़ रहा था. विपक्षी दल उन पर जातीय संघर्ष से निपटने में नाकाम बता रहे थे. आखिरकार एन बीरेन सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया.
मणिपुर में हिंसा को लेकर एन बीरेन सिंह ने जनता से माफी भी मांगी थी. उन्होंने कहा, ‘यह पूरा साल बेहद खराब रहा. मैं राज्य के लोगों से पिछले साल तीन मई से लेकर आज तक जो कुछ भी हुआ है, उसके लिए माफी मांगता हूं. कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया. कई लोगों ने अपना घर छोड़ दिया. मुझे इसका दुख है. मुझे उम्मीद है कि 2025 में राज्य में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी.’