राष्ट्रपति ने 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों के कर्मियों और अन्य को 412 वीरता पुरस्कारों और अन्य रक्षा अलंकरणों को मंजूरी दी है. इनमें 6 कीर्ति चक्र जिनमें 2 थल सेना और 4 गृह मंत्रालय (4 को मरणोपरांत), 15 शौर्य चक्र जिनमें 7 थलसेना , 5 वायुसेना, 3 MHA (2 मरणोपरांत), 93 सेना मेडल (जिनमें 4 मरणोपरांत) और एक सेना मेडल बार, 1 नौसेना मेडल (वीरता) मरणोपरांत, 7 वायुसेना मेडल (वीरता), 29 परम विशिष्ट सेवा पदक शामिल हैं.
3 उत्तम युद्ध सेवा पदक, 52 अति विशिष्ट सेवा पदक, 1 अति विशिष्ट सेवा पदक बार , 10 युद्ध सेवा पदक, 4 सेना मेडल बार (डिवोशन टू ड्यूटी) , 36 सेना मेडल, 2 नौसेना मेडल बार (मरणोपरांत), 11 नौसेना मेडल (डिवोशन टू ड्यूटी) जिनमें 3 मरणोपरांत, 14 वायुसेना मेडल ( डिवोशन टू ड्यूटी) 2 विशिष्ट सेवा पदक बार और 126 विशिष्ट सेवा पदक शामिल है. कीर्ति चक्र से मेजन शुभांग और नायक जीतेंद्र सिंह को सम्मानित किया जाएगा. जबकि शौर्य चक्र से मेजर आदित्य भदौरिया, कैप्टन अरुण कुमाप, कैप्टन युद्धवीर सिंह, कैप्टन राकेश टीआर, नायक जसबीर सिंह (मरणोपरांत), लांस नायक विकास चौधरी और कांस्टेबल मुदासिर अहमद शेख (मरणोपरांत) को सम्मानित किया जाएगा.
भारतीय तटरक्षक महानिदेशक वरिंदर सिंह पठानिया को परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया. इस वर्ष कुल 29 सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों को उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए पीवीएसएम से सम्मानित किया गया है.
चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला को उत्तम युद्ध सेवा मेडल (UYSM) से सम्मानित किया गया है. 3 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आर.के. तिवारी और 14 कॉर्प्स प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल ए. सेनगुप्ता को भी यूवाईएसएम से सम्मानित किया.
आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल के ब्रिगेडियर संजय मिश्रा को इस 74वें गणतंत्र दिवस पर अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM) से सम्मानित किया गया. इस वर्ष तीनों सेनाओं के कुल 52 अधिकारियों को एवीएसएम से सम्मानित किया गया है.
28 आर्मी डॉग यूनिट के इंडियन आर्मी डॉग ‘ज़ूम’ को मरणोपरांत मेंशन-इन-डिस्पैच वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पिछले साल 9 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के टांगपावा इलाके में एक ऑपरेशन के दौरान दो गोली लगने से जूम की मौत हो गई थी.
दिवंगत कमांडर निशांत सिंह को नवंबर 2020 में मिग-29के विमान दुर्घटना में अपने ट्रेनी पायलट की जान बचाने के लिए नौसेना पदक (शौर्य चक्र, मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया.