पंजाब के डीजीपी गौरव यादव के मुताबिक, पंजाब पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने केंद्रीय एजेंसियों की मदद से दो महीने तक चली कार्रवाई के बाद ये सफलता पाई है. डीजीपी के मुताबिक, आरोपी हवाला के पैसों को इधर से उधर करने के लिए बंद पड़े लेटर बाक्सों का प्रयोग कर रहे थे.
पुलिस के मुताबिक, अमृतसर केंद्रीय कारागार में ड्रग्स और हवाला के कारोबार यहां बंद हरभज सिंह उर्फ भेजा नाम के एक कैदी की भी भूमिक का पता चला है. जो इस रैकेट का मास्टरमाइंड है. हरभज सिंह जेल के अंदर से पाकिस्तानी ड्रग तस्कर शाहबाज के संपर्क में आया था. इसके साथ ही एएनटीएफ ने इस नेटवर्क की सैकड़ों करोड़ों की अवैध संपत्तियों के बारे में पता लगाया है. जिन्हें अब जब्त करना शुरू किया जा रहा है.
पुलिस जांच में पता चला है कि यह नेटवर्क के तार पंजाब के अमृतसर के अलावा पंचकूला, फगवाड़ा और तरनतारन में फैले हुए हैं. जिसकी शुरुआत एक पाकिस्तानी कैदी शहबाज ने की. दरअसल, पाकिस्तान नरोवाल जिले के बुरेवाल गांव का रहने वाला तस्कर शहबाज अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था. फरवरी 2021 में उसे गिरफ्तार किया गया. उसके बाद उसे अमृतसर की सेंट्रल जेल में बंद कर दिया गया. जहां उसकी मुलाकात हरभज सिंह और हरमनजीत उर्फ हैरी से हुई. शहबाज जेल से छुटने के बाद भी मोबाइल के जरिए इनके संपर्क में रहा. जिससे वह ड्रग्स तस्करी का धंधा चलाता रहा.
पूछताछ के दौरान हरमनजीत और हरमिंदर ने खुलासा किया कि वे पाकिस्तानी तस्कर शहबाज के निर्देश पर ड्रग मनी जमा कर रहे थे जिसके लिए वे फगवाड़ा में शर्मा फारेक्स मनी एक्सचेंजर और फारेक्स एडवाइजर के मालिक अशोक शर्मा की सेवाएं ले रहे थे. पुलिस ने अशोक और उसके साथियों से 50.50 लाख रुपये बरामद किए हैं.
पंजाब पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर की गई कार्रवाई के दौरान 5.9 करोड़ की ड्रग मनी बरामद की है. इनमें 1.45 करोड़ रुपये की भारतीय करेंसी, 2,63,630 यूरो, 7,000 अमेरिकी डॉलर, 10,020 कनाडाई डॉलर, 27,500 पाउंड और 285 दिरहम शामिल हैं. इसके साथ ही पुलिस ने 372 ग्राम सोना भी बरामद किया है. साथ ही महिंद्रा एक्स यूवी 300, बीएमडबल्यू, महिंद्रा थार आटोमैटिक और हुंडई आई 10 समेत चार अन्य लग्जरी गाड़ियों को जब्त किया है.