पीएम मोदी गुरुवार (30 मार्च) देर शाम को नए संसद भवन के औचक दौरे पर गए. उन्होंने एक घंटे से अधिक समय बिताया और विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया. उन्होंने संसद के दोनों सदनों में आने वाली फैसलिटी का अवलोकन किया.
पीएम ने साथ ही निर्माण श्रमिकों से भी बातचीत की. प्रधानमंत्री के साथ लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी.
इस कार्यक्रम में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, कैबिनेट मंत्रियों और विभिन्न देशों के राजदूतों ने भाग लिया था. नए भवन की अक्टूबर 2022 तक संसद के शीतकालीन सत्र को पूरा करने की उम्मीद है. नई संसद का क्षेत्रफल 64,500 वर्ग मीटर होगा.
केंद्र सरकार ने 2019 में सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना शुरू की थी, जिसमें नई दिल्ली में अन्य परियोजनाओं के साथ-साथ एक नए संसद भवन का निर्माण भी शामिल है. नए कॉम्प्लेक्स का आकार त्रिकोणीय होगा.
नई इमारत को 150 से अधिक वर्षों के लाइफस्पैन के लिए डिज़ाइन किया गया है.
लोकसभा और राज्यसभा के लिए प्रस्तावित कक्षों में वर्तमान में मौजूद सदस्यों की तुलना में अधिक सदस्यों को समायोजित करने के लिए बड़ी बैठने की क्षमता होगी, क्योंकि भारत की बढ़ती जनसंख्या और परिणामस्वरूप भविष्य के परिसीमन के साथ सांसदों की संख्या बढ़ सकती है.
नए भवन में लोकसभा कक्ष में 888 और राज्यसभा कक्ष में 384 सीटें होंगी. वर्तमान संसद भवन के विपरीत इसमें केंद्रीय कक्ष नहीं होगा.
संयुक्त सत्र के मामले में लोकसभा कक्ष 1,272 सदस्यों को समायोजित करने में सक्षम होगा. शेष भवन में मंत्रियों के कार्यालय और समिति कक्षों के साथ 4 मंजिलें होंगी.