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पीएम मोदी ने किया मिस्र के राष्ट्रपति का स्वागत, कहा- भारत और मिस्र विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता

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गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में भारत आए मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और पीएम मोदी के बीच आज बातचीत हुई. पीएम मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में दोनों देशों के बीच डाक टिकटों के आदान-प्रदान के साक्षी बने.

इस दौरान भारत और मिस्र के बीच साइबर सुरक्षा समेत कई मसलों पर समझौता हुआ. बातचीत के बाद दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि मिस्र के राष्ट्रपति का भारत के गणतंत्र दिवस में शामिल होना भारत के लिए हर्ष का विषय है.

इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि मैं मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और उनके डेलिगेशन का भारत में स्वागत करता हूं. कल हमारे गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. ये पूरे भारत के लिए सम्मान और हर्ष का विषय है.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने आज अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मज़बूत करने आतंकवाद विरोधी संबंधी सूचना एवं इंटेलिजेंस का आदान-प्रदान बढ़ाने का भी निर्णय लिया है. इस वर्ष भारत ने जी 20 की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया है जो हमारी विशेष मित्रता को दर्शाता है.

भारत और मिस्र आतंकवाद को लेकर चिंतित हैं. दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को नियंत्रित करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और इसके लिए हम साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सचेत करने का प्रयास करते रहेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच सामरिक समन्वय पूरे क्षेत्र में शांति और समृद्धि के क्षेत्र में मददगार होगा. इसलिए आज की बैठक में राष्ट्रपति सिसी और मैंने हमारी द्वीपक्षीय भागीदारी को सामरिक भागीदारी के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में द्विपक्षीय व्यापार को 12 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे. हमने यह तय किया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है और क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद को खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है.

राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी ने क्या कहा
मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी ने संयुक्त बयान में कहा कि हम कल गणतंत्र दिवस में भाग लेंगे. दोनों देशों के बीच भाईचारे वाला संबंध कायम है. बातचीत में व्यापार और निवेश पर चर्चा की. मिस्त्र में निवेश के उपायों पर पीएम मोदी को बताया. उन्होंने कहा कि काहिरा और दिल्ली में हवाई उड़ान बढ़ाने पर भी दोनों देशों के बीच चर्चा की गई. साथ ही आज की बातचीत में रक्षा सहयोग भी शामिल था. क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर भी बातचीत हुई. उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संकट पर चर्चा के साथ-साथ आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए आदर्श तरीके पर चर्चा की. उन्होंने जी20 में आमंत्रण के लिए पीएम मोदी को आभार जताया.

भारत और मिस्त्र के बीच किन मसलों पर समझौता
1. साइबर सिक्योरिटी पर भारत और मिस्त्र में समझौता
2. सूचना तकनीक पर समझौता
3. संस्कृति के क्षेत्र में समझौता
4. यूथ के मसले पर दोनों देशों के बीच समझौता
5. प्रसारण के क्षेत्र में समझौता

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