आज शनिवार को पीएम मोदी दिल्ली में राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर में पुलिस महानिदेशकों/पुलिस महानिरीक्षकों (DGP-IGP) की ऑल इंडिया कांफ्रेंस में हिस्सा लेने वाले हैं. ये कांफ्रेंस हाइब्रिड मोड में आयोजित की जा रही है.
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों सहित लगभग 100 आमंत्रित व्यक्ति सम्मेलन में मौजूद रहकर हिस्सा ले रहे हैं, जबकि शेष आमंत्रित लोग देश भर से वर्चुअल तरीके से हिस्सा ले रहे हैं.
इस सम्मेलन में साइबर अपराध, पुलिसिंग में टेक्नोलॉजी, आतंकवाद की चुनौतियों, वामपंथी उग्रवाद, क्षमता निर्माण और जेल सुधार सहित कई मुद्दों पर चर्चा होने वाली है.
अखिल भारतीय डीजी-आईजी पुलिस सम्मेलन’ का आयोजन पुलिस के सामने आने वाली चुनौतियों से जुड़े विषयों पर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पुलिस और खुफिया अधिकारियों को शामिल करके व्यापक स्तर पर विचार-विमर्श करने के लिए होता है.
इस सम्मेलन में हर विषय पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की बेहतरीन पहलों और कार्रवाइयों को भी पेश किया जाएगा, ताकि राज्य एक-दूसरे से सीख सकें. 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निजी रूप से डीजीपी सम्मेलन में गहरी दिलचस्पी लेते रहे हैं.
ऑल इंडिया डीजी-आईजी पुलिस कांफ्रेंस ने वर्तमान समय में न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बल्कि उभरते मुद्दों और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता विकसित करने के लिए पुलिसिंग और सुरक्षा के क्षेत्र में भविष्य के विषयों पर चर्चा शुरू की है. पीएम मोदी ने 2014 से पूरे देश में वार्षिक डीजीपी सम्मेलनों के आयोजन को भी प्रोत्साहित किया है.
डीजीपी सम्मेलन पहले 2014 में गुवाहाटी में आयोजित किया गया था. इसके बाद इसे 2015 में इसे कच्छ के रण के धोरडो में और 2016 में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में आयोजित किया गया. डीजीपी सम्मेलन 2017 में बीएसएफ अकादमी, टेकनपुर, 2018 में केवड़िया और 2019 में IISER, पुणे के बाद 2021 में पुलिस मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित किया गया था.