पीएम मोदी ने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. मन की बात कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है. आज 27 अगस्त को कार्यक्रम का 104वां एपिसोड है. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान की सफलता का जिक्र करते हुए कहा मिशन चंद्रयान नए भारत की स्पिरिट का प्रतीक है. पीएम मोदी ने कार्यक्रम में अपनी कविता भी पढ़ी.
पीएम मोदी ने कहा, चंद्रयान की सफलता बहुत बड़ी है. हर ओर इसकी चर्चा हो रही है. चंद्रयान की सफलता ने बता दिया है कि सफलता के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं. चंद्रयान नए भारत की उस स्पिरिट का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में जीतना जानता भी है.
‘चंद्रयान नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण’
उन्होंने कहा ये मिशन नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण हैं. इस पूरे मिशन में अनेकों महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर्स सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं. पीएम मोदी ने कहा, भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं. किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं, तो उस दश को विकसित बनने से भला कौन रोक सकता है.
इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी कविता पढ़ी
आसमान में सिर उठाकर
घने बादलों को चीरकर
रोशनी का संकल्प ले
अभी तो सूरज उगा है
दृढ़ निश्चय के साथ चलकर
हर मुश्किल को पार कर
घोर अंधेरे को मिटाने
अभी तो सूरज उगा है
पीएम मोदी बोले- जी-20 के लिए भारत तैयार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सितम्बर का महीना भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है. अगले महीने होने जा रही जी-20 लीडर्स समिट के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. जी-20 सम्मेलन के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी.
पीएम मोदी ने बताया कि अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत ने जी-20 को और ज्यादा समावेशी फोरम बनाया है. भारत के निमंत्रण पर ही अफ्रीकी यूनियन भी जी-20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम प्लेटफॉर्म तक पहुंची.
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स की सफलता का किया जिक्र
पीएम मोदी ने बताया कि कुछ ही दिनों पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए थे. इन खेलों में इस बार भारत की बेस्ट इवर परफॉर्मेंस रही है. हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे. उन्होंने कहा, आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए हैं, उनमें जीते सभी मेडल्स को जोड़ दें तो भी ये संख्या 18 तक ही पहुंचती है.