पाकिस्तान के सियालकोट में भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी शाहिद लतीफ की अज्ञात हमलावरों ने बुधवार को गोली मारकर हत्या कर दी. आतंकी लतीफ पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड था. लतीफ का नाम भारतीय जांच एजेंसी NIA की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल था. जम्मू-कश्मीर से जुड़े कई आतंकवादियों के साथ आतंकी शाहिद लतीफ का कनेक्शन जुड़ा हुआ था. इसने अलग-अलग आतंकी संगठनों के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में कई बड़े आतंकी हमलों को अंजाम दिया था.
एनआईए ने यूएपीए के तहत शाहिद के खिलाफ केस दर्ज किया था. शाहिद मूल रूप से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला का रहने वाला था. वो जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ था. वो सियालकोट सेक्टर का कमांडर था, जो भारत में आतंकवादियों को लॉन्च करने की निगरानी और आतंकवादी हमलों की योजनाएं बनाने में शामिल रहा था.
साल 1994 में 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था और करीब 16 साल तक भारत की जेल में रहा था. फिर साल 2010 में वाघा के माध्यम से निर्वासित कर दिया गया था. साल 2016 में पंजाब के पठानकोट में 2 जनवरी को जो हमला हुआ था, उसका मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ ही था. इसके अलावा शाहिद इंडियन एयरलाइंस के विमान हाईजैक करने के मामले में भी आरोपी था. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पठानकोट स्थित एयरबेस पर हमला किया था.
बता दें कि इससे पहले 20 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाले बशीर अहमद उर्फ इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रावलपिंडी में हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर बशीर अहमद पीर को बदमाशों ने गोलियों से भून दिया था. वहीं 22 फरवरी को आतंकी एजाज अहमद अहंगर की अफगानिस्तान के काबुल में हत्या कर दी गई थी. इसके बाद 26 फरवरी को पाकिस्तान में अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. चार मार्च को भारत की वांछित आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल सैयद नूर शालोबर की पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने मार डाला था.