पश्चिम बंगाल एसएससी भर्ती घोटाला में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी निकट सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को दो दिन की ईडी की कस्टडी में भेज दिया है. इन दो दिनों में ईडी पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी से पूछताछ करेगी.
इससे पहले ईडी ने कोर्ट से कहा था कि पार्थ चटर्जी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. कथित शिक्षक भर्ती घोटाले में इडी के ज्यादातर सवालों का जवाब उन्होंने नहीं दिया. वे ज्यादातर वक्त चुप रहते हैं. पार्थ चटर्जी ने कुछ दिन पहले बताया था कि वे साजिश के शिकार हुए हैं. कोर्ट ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 5 अगस्त तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है.
पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाला में 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से करोड़ों रुपये जब्त किए गए थे. पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी पहले से ईडी की हिरासत में हैं. चूंकि वे सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं.
हिरासत में रहने के बावजूद पार्थ चटर्जी दो दिन अस्पताल में रहे. इसलिए बुधवार को ईडी ने कोर्ट से पार्थ चटर्जी के लिए चार दिन और अर्पिता मुखर्जी के लिए तीन दिनों की हिरासत की मांग की थी.
गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती घोटाल में अब तक ईडी ने पार्थ चटर्जी की निकट सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घरों से 50 करोड़ रुपये नगद और अन्य कीमती वस्तुओं को बरामद किया है. इसके अलावा कई कागजात भी ईडी को हाथ लगे हैं. इस आधार पर ईडी पार्थ चटर्जी से पूछताछ करना चाहती है.
यह मामला पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मचा रखा है. विपक्षी बीजेपी के शुभेंदू अधिकारी ने कहा कि इस मामले का सरगना सीएम खुद हैं. पार्थ चटर्जी तो मोहरा है. उन्होंने ममता बनर्जी सरकार से इस्तीफे की भी मांग की है.