पाकिस्तानी युवती सीमा हैदर के नेपाल के जरिए भारत आने के खुलासे के बाद से गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर जारी है. नेपाल सीमा पर स्थित चारों इंटीग्रेटेड पोस्ट में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने को लेकर चर्चा हो रही है. बताया गया है कि चेक पोस्ट पर चौकसी और बढ़ा दी जाएगी. वहीं, फेशियल रिकगनीशन सिस्टम को बढ़ाना और इमीग्रेशन स्टाफ को बढ़ाया जाएगा.
सीमा हैदर प्रकरण के बाद भारत नेपाल सीमा जो कि 1850 किमी लंबी है वहां पर चौकसी और अधिक कड़ी करने के लिए सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ाने और सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने को लेकर मंथन हो रहा है. चेक पोस्ट पर फैसियल रिकॉग्निशन सिस्टम, बायोमैट्रिक सिस्टम की संख्या और ज्यादा बढ़ाने पर जोर दिया गया है.
इन कदम के अलावा रेंडम चेकिंग और मल्टी एजेंसी सर्विलांस सिस्टम जिसमें सशस्त्र सीमा बल, आईबी, इमीग्रेशन फॉरेस्ट पुलिस और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम बराबर संवेदनशील इलाकों की निगरानी करेंगे.
दरअसल, भारत-नेपाल सीमा का ओपन बॉर्डर है यानी कि कोई भी शख्स इन रास्तों से आ जा सकता है. इसकी आड़ में सीमा हैदर भारत में दाखिल हुई. हालांकि रूपनडेही के पास से दावा किया जा रहा है यूपी पुलिस एटीएस द्वारा सीमा ने दाखिला किया है लेकिन उसकी पुष्टि अभी तक नहीं की जा सकी है.
इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट में बड़ी तादाद में ट्रकों की आवाजाही होती है और इसकी आड़ में खेतों से भी लोग आते जाते हैं. जांच एजेंसियों को शक है कि इसी आड़ में सीमा नेपाल से भारत में दाखिल हुई.