शंघाई सहयोग संगठन-2024 की बैठक इस साल पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित होने वाली है. इसके लिए पाकिस्तान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 15 से 16 अक्टूूबर को एससीओ की बैठक होगी. बैठक में भाग लेने वाले देशों के प्रमुखों को निमंत्रण भेजा गया है. निमंत्रण भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजा गया है.
बता दें, भारत और चीन के साथ-साथ पाकिस्तान भी शंघाई सहयोग संगठन का पूर्ण सदस्य है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि कुछ राष्ट्रों ने एससीओ में शामिल होने की पुष्टि कर दी है. समय करीब आएगा इसके बाद ही साफ हो पायेगा कि कौन से देश बैठक में शामिल होंगे और कौन सा देश नहीं. भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से संबंधों में तनाव है. इसका मुख्य कारण कश्मीर का मुद्दा और पाकिस्तान से पल रहा आतंकवाद है.
एससीओ सम्मेलन से पहले मंत्रिस्तीय बैठकें होंगे. इसके अलावा, वरिष्ठ अधिकारियों की भी बैठकें होंगी. भारत के साथ संबंधों को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का भारत के साथ सीधा द्विपक्षीय व्यापार नहीं है.
क्या है एससीओ संगठन
एससीओ एक स्थाई और अंतरराष्ट्रीय संगठन है. यह आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य संगठन है. इसका लक्ष्य क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखना है. साल 2001 में एससीओ का गठन किया गया था. एससीओ का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास और सद्भाव को मजबूत करना है.
एससीओ के सदस्य देश
भारत, चीन और पाकिस्तान के साथ-साथ रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान और किर्गिस्तान एससीओ देशों के सदस्य हैं.