मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे द रेजिस्टेंस ऑफ़ फ्रंट आतंकी संगठन का नाम सामने आ रहा है. संगठन ने खुद आगे आकर इस बड़ी वारदात की जिम्मेदारी ली है. सेना और सुरक्षा एजेंसियां इस दावे को वैरिफाई करने का प्रयास कर रही हैं.
पहलगाम में आतंकी हमले के पीछे की असल वजह अभी सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से नहीं बताई गई हैं. माना जा रहा है कि जुलाई के महीने में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले श्रद्धालुओं को डराने के मकसद से यह हमला किया गया. पहलगाम ही वो स्थान है, जहां से अमरनाथ यात्रा की शुरुआत होती है.
उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले पर कहा कि मैं अविश्वसनीय रूप से स्तब्ध हूँ. हमारे विजिटर्स पर यह हमला एक घृणित कार्य है. इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं. निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है. मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ. मैंने अपनी सहकर्मी (स्वास्थ्य मंत्री) सकीना से बात की है और वह घायलों के लिए व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए अस्पताल चली गई हैं. मैं तुरंत श्रीनगर वापस जा रहा हूँ.
पहलगाम हमले में घायलों में से एक सैलानी की मौत की खबर सामने आ रही है. जम्मू-कश्मीर ने घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. बिना देरी कि घायलों का इलाज शुरू किया गया। इसी बीच एक सैलानी को मृत घोषित कर दिया गया.