संभल में शाही जामा मस्जिद में सर्वे के बाद हुई हिंसा और 46 साल बाद खोले गए मंदिर को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधानसभा में बड़ा बयान दिया. सीएम योगी ने कहा कि, ‘आप लोग सच पर परदा डालने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन एक बात याद रखना, सूर्य को, चांद को और सत्य को बहुत देर तक छुपा कोई नहीं सकता है. सत्य जरूर सामने आएगा. उसी सत्य के बारे में कहा जा रहा है नेता प्रतिपक्ष कह रहे थे कि वहां की स्थित ऐसी है कि अगर आ भी जाएगा, मंदिर बन भी जाएगा. यह तो बाबरनामा भी कहता है कि वहां पर हरिहर मंदिर को तोड़कर ढांचा खड़ा किया गया.
सीएम योगी ने कहा कि ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि आपने तो एक श्रेष्ठ ब्राह्मण कुल में जन्म लिया है, आप तो भारत के पुराणों की परंपरा पर विश्वास करते हैं, हमारे पुराण भी करते हैं कि भगवान विष्णु श्रीहरि विष्णु का दसवां अवतार संभल में ही होगा. उसी संभल में होगा, ये तो केवल सर्वे की बात थी. माननीय न्यायालय के आदेश पर जिलाधिकारी का मतलब जिले का एडमिनिस्ट्रेटिव हैड. पुलिस अधीक्षक उस जिले की पुलिस का मुखिया है. इनका दायित्व है कि शांति पूर्व तरीके से किसी भी सर्वे के कार्यक्रम को संपन्न करना.
सीएम योगी ने कहा कि सर्वे 19 नवंबर को हुआ, 21 नवंबर को भी हुआ. 24 नवंबर को भी सर्वे का काम चल रहा था. सर्वे के काम के पहले दो दिन कोई भी शांति भंग नहीं हुई. तीसरे दिन जब 23 नवंबर को जुमे की नमाज के पहले जुमे की नमाज के बाद जिस तरह की तकरीरें दी गईं. उन तकरीरों के बाद माहौल खराब हुआ और इस तरह की स्थित बनी वो सबके सामने है.
सीएम योगी ने कहा कि जो मंदिर आज निकल रहा है उस मंदिर को 1978 से इन लोगों ने खोलने नहीं दिया. जो वहां पर आज 22 कुएं किसने बंद किए थे. इन 22 कुओं को भी बंद किया गया था. वहां का माहौल तनावपूर्ण किसने बनाया था. ये पत्थरबाज कौन थे. एक भी गिरफ्तारी बिना साक्ष्य के नहीं हो रही है. याद रखना जिसने पत्थरबाजी की होगी, जिसने माहौल खराब किया होगा उसमें से एक भी बचने वाला नहीं है.