देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना पर बड़ा बयान दिया है. न्यूज एजेंसी एएनाई को दिये गए इंटरव्यू में उन्होंने अग्निपथ योजना पर कई सारी बातें कही हैं. उन्होंने कहा कि जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे ये जरूरी नहीं.
यदि हमें कल की तैयारी करनी है तो हमें परिवर्तित होना पड़ेगा. आवश्यक इसलिए था क्योंकि भारत में, भारत के चारों तरफ माहौल बदल रहा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज भारत में बनी AK-203 के साथ नई असॉल्ट राइफल को सेना में शामिल किया जा रहा है. यह दुनिया की सबसे अच्छी असॉल्ट राइफल है. सैन्य उपकरणों में बहुत प्रगति की जा रही है.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि पिछले 8 सालों में स्ट्रक्चरल सुधार बहुत सारे हुए हैं. 25 साल से सीडीएस का मुद्दा पड़ा हुआ था. राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण इसको अमल में नहीं लाया जा सका था. आज हमारे डिफेंस एजेंसी की अपनी स्पेस की स्वतंत्र एजेंसी है.
रेजिमेंट के सिद्धांत के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी, जो रेजिमेंट हैं वे रहेंगी. अकेले अग्निवीरपूरी आर्मी कभी नहीं होंगे, अग्निवीर सिर्फ पहले 4 साल में भर्ती किए गए जवान होंगे. बाकी सेना का बड़ा हिस्सा अनुभवी लोगों का होगा. जो अग्निवीर नियमित होंगे(4 साल बाद) उन्हें घनिष्ठ ट्रेनिंग दी जाएगी.
अजीत डोभाल ने इंटरव्यू में कहा कि बदलते समय के साथ सेना में बदलाव जरूरी है. इसे एक नजरिये से देखने की जरूरत है. अग्निपथ अपने आप में एक स्टैंडअलोन योजना नहीं है.
इसके अलावा अग्निपथ योजना को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि एफआईआर दर्ज की गई, आरोपी की पहचान की गई, उचित जांच के बाद हम कह सकते हैं कि इसके पीछे कौन बल थे.
एक पूरी तरह से जांच होनी चाहिए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पूरा युद्ध एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है. हम कॉन्टेकलेस युद्धों की ओर जा रहे हैं, और अदृश्य शत्रु के विरुद्ध युद्ध की ओर भी जा रहे हैं. तकनीक तेजी से आगे बढ़ रही है. अगर हमें कल की तैयारी करनी है, तो हमें बदलना होगा.