खालिस्तानी नेता अमृतपाल का 18 मार्च के घटना बाद से पहली बार वीडियो आया है. उसने वीडियो में सिख समुदाय से एक बड़े मकसद के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है. उसने बताया कि पुलिस जिस दिन मुझे गिरफ्तार करने आई थी, मैं वहां से भाग निकला था.
लेकिन इंटरनेट बंद होने के वजह से मुझे लोगों की गिरफ्तारी का पता नहीं चली. साथ ही उसने बोला कि सरकार ने सभी लोगों पर यहां तक कि महिलाओं और बच्चों पर भी अत्याचार किया है और कई मासूम लोगों पर रासुका (NSA) लगा दिया है. उसने बताया कि मैं सुरक्षित हूं, गिरफ्तार नहीं हुआ हूं.
अमृतपाल सिंह ने बैसाखी पर सरबत खालसा के मौके पर दुनियाभर के सभी सिख संगठनों से इसमें भाग लेने की अपील की है. वहीं, उसने आग्रह किया कि सिख संगत से आग्रह किया कि वो अगर पंजाब को बचाना चाहते हैं तो सरबत खालसा मुहिम से जुड़े. साथ ही उसने कहा जत्थेदार को इस मामले में स्टैंड लेना चाहिए और सभी जत्थेदार और टकसाल को भी सरबत खालसा में भाग लेना चाहिए.
अमृतपाल ने वीडियो में कहा कि वो अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं है. जहां तक गिरफ़्तारी की बात है वो वाहे गुरू (भगवान) के हाथ में है. उसने कहा कि मौजूदा पंजाब सरकार वही कर रही है जो बेअंत सिंह की सरकार ने किया था. गिरफ्तारी देने से मुझे कोई डर नहीं लगता और सरकार चाहती तो मुझे घर पर गिरफ्तार कर सकती थी. लेकिन उनकी मंशा कुछ और थी.
उसने वीडियो में बताया कि वाहेगुरु की मेहर है कि मैं बच निकला और पुलिस मेरा कुछ बिगाड़ नहीं सकी. भगोड़ा अमृतपाल पुलिस और सिस्टम को चुनौती देते हुए कह रहा है कि वक्त आ गया है, लोग अब कमर कस लें. अगर आप नहीं जागे तो फिर कभी नहीं हो पाएगा.
अमृतपाल ने वीडियो में बताया कि मेरी गिरफ़्तारी की चल रही ख़बरों और मेरे ऊपर किए गए एक्शन को लेकर जितनी भी सिख संगतों की तरफ़ से प्रदर्शन किए गए मैं उनका आभारी हूं. भगोड़ा अमृतपाल आगे कहता है, देश और विदेश में जो भी सिख लोग हैं, मैं उनसे अपील करता हूं कि वैशाखी पर जो सरबत खालसा का कार्यक्रम होना है, उसमें हिस्सा लें. हमारी कौम लंबे वक्त से छोटे-छोटे मसलों पर मोर्चे लगाने में उलझी हुई है. अगर हमें पंजाब के मसलों को हल कराना है तो एकसाथ होना होगा.