बिहार के नवादा जिले में जमीनी विवाद को लेकर 80 घरों को आग के हवाले कर दिया गया. देखते ही देखते सभी घर जलकर आग में खाक हो गए. घटना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 10 लोगों को मामले में गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, इस आगजनी में 20 घर ही चले हैं और किसी प्रकार की कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई है.
यह घटना नवादा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ननौरा के पास स्थित दलित बस्ती की है. यहां पिछले लंबे समय से दो पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. फिलहाल दलितों ने इस जमीन पर कब्जा कर रखा है तो वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि यह जमीन उनकी है. वरिष्ठ अधिकारियों के पास मामले की सुनवाई चल रही है. अब तक जांच में यह सामने नहीं आ पाया है कि आखिर यह जमीन है तो है किसकी?
घटना पर ग्रामीणों ने बताया कि अचानक से करीब 100 की संख्या में लोग बस्ती पहुंचे और उन्होंने फयारिंग शुरू कर दी. फायरिंग करता देख इलाके में दहशत मच गया. इस बीच दबंगों ने घरों को आग के हवाले कर दिया. जैसे ही पुलिस को घटना की सूचना मिली. वह घटनास्थल पहुंचे और मामले की जानकारी ली.
फिलहाल पुलिस हवाई फायरिंग से इनकार कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि उन्हें घटनास्थल से किसी प्रकार का कोई खोखा नहीं मिला है. इसे लेकर हमारी टीम जांच कर रही है. घटना की जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि हमने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उसके साथ ही कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. गांव में जब तक तनावपूर्ण स्थित रहेगी, पुलिस फोर्स तैनात रहेगी.
वहीं, इस घटना पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे महा जंगलराज बताया है. उन्होंने लिखा कि नवादा में दलितों के 100 से ज्यादा घर आग के हवाले कर दिए गए. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के राज में बिहार में आग ही आग है. हम दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे.
तेजस्वी के अलावा नीतीश सरकार के दलित मंत्री जनक राम ने भी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ दबंगों ने अनुसूचित जाति के लोगों के घर जला दिए. यह घटना दुखद है. चाहे इस घटना के पीछे कोई भी हो. उसके खिलाफ सरकार एक्शन जरूर लेगी, सरकार उन्हें बख्शेगी नहीं.