सीरिया में गृह युद्ध से हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं. इस बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. जिसमें कहा गया है कि वे सीरिया की यात्रा करने से बचें और सीरिया में रह रहे लोगों को जल्द से जल्द देश छोड़ने की सलाह दी गई है. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार रात नागरिकों को अगली सूचना तक सीरिया की यात्रा से बचने की सलाह दी है. इसके साथ ही मंत्रालय ने सीरिया में भारतीयों से जल्द से जल्द देश छोड़ने का आग्रह किया है.
विदेश मंत्रालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, “सीरिया में मौजूदा हालात को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को अगली अधिसूचना तक सीरिया की यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है.” इसके साथ ही मंत्रालय ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.
विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी में कहा है कि, “वर्तमान में सीरिया में मौजूद भारतीयों से अनुरोध है कि वे अपडेट के लिए दमिश्क में भारतीय दूतावास के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर +963 993385973 (व्हाट्सएप पर भी) और ईमेल आईडी hoc.damascus@mea.gov.in पर संपर्क में रहें.” एडवाइजरी में कहा गया है कि, “जो लोग ऐसा कर सकते हैं, उन्हें जल्द से जल्द उपलब्ध वाणिज्यिक उड़ानों से जाने की सलाह दी जाती है और अन्य लोगों से अनुरोध किया जाता है कि वे अपनी सुरक्षा के बारे में अत्यधिक सावधानी बरतें और अपनी गतिविधियों को काफी हद तक सीमित रखें.”
असद सरकार के खिलाफ विद्रोहियों ने खोला मोर्चा
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, सीरिया में विद्रोही बलों ने 27 नवंबर से बशर अल-असद की सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रामक अभियान शुरू किया. जिसके चलते कम से कम तीन लाख 70 हजार लोगों को विस्थापन का सामना करना पड़ा है. जिहादी हयात तहरीर अल-शाम समूह यानी एचटीएस के नेतृत्व में विद्रोहियों ने असद की सत्ता की सीट होम्स और राजधानी दमिश्क तक मार्च करने की कसम खाई है.
बता दें कि अचानक हुए इस हमले ने सीरिया के लगभग 14 साल पुराने गृह युद्ध में लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध को पलट दिया है. एचटीएस के साथ, लड़ाकों में तुर्की समर्थित सीरियाई मिलिशिया के एक छात्र समूह की सेनाएं भी शामिल हैं जिन्हें सीरियाई राष्ट्रीय सेना कहा जाता है.