मुंबई| पीएम नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री के तौर पर अपना तीसरा कार्यकाल साल 2029 में पूरा करेंगे. क्या यह उनका आखिरी कार्यकाल होगा? इस सवाल का जवाब तो कोई नहीं जानता लेकिन हाल ही में शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने पीएम के नागपुर दौरे के बाद कहा कि वो रिटायरमेंट की और आगे बढ़ रहे हैं. जिसके बाद इसे लेकर बहस शुरू हो गई. महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को यह साफ कर दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर चल रही अटकलों में कोई दम नहीं है. मोदी अभी कई सालों तक देश का नेतृत्व ऐसे ही करते रहेंगे.
पीएम बनने के बाद रविवार को पहली बार पीएम मोदी नागपुर स्थिति आरएसएस के मुख्यालय में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे. फडणवीस ने नागपुर में पत्रकारों से कहा, “2029 में भी हम मोदी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखेंगे. उनके उत्तराधिकारी की बात करने की कोई जरूरत नहीं है. वे हमारे नेता हैं और आगे भी रहेंगे.” उन्होंने भारतीय संस्कृति का हवाला देते हुए कहा कि जब नेता सक्रिय हो, तब उसके उत्तराधिकार की बात करना ठीक नहीं. फडणवीस ने तंज कसते हुए कहा, “हमारे यहां जब पिता जिंदा हों, तो उत्तराधिकार की बात नहीं करते. यह मुगल संस्कृति है, हमारी नहीं. अभी इसका समय नहीं आया.”
संजय राउत ने क्या कहा था?
दूसरी ओर, संजय राउत ने दावा किया कि आरएसएस देश में राजनीतिक नेतृत्व में बदलाव चाहता है. उन्होंने कहा, “मोदी शायद सितंबर में रिटायरमेंट की अर्जी देने आरएसएस मुख्यालय गए थे.” राउत का इशारा इस ओर था कि सत्तारूढ़ दल में कुछ नेता 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं, और मोदी इस साल सितंबर में 75 साल के हो जाएंगे. रविवार को पीएम मोदी ने 11 साल में पहली बार बतौर प्रधानमंत्री नागपुर के आरएसएस मुख्यालय का दौरा किया. वहां उन्होंने संघ को भारत की अमर संस्कृति का ‘वटवृक्ष’ बताया. यह दूसरा मौका था जब कोई मौजूदा पीएम आरएसएस मुख्यालय पहुंचा. इससे पहले साल 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी वहां गए थे.