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नई संसद के उदघाटन के दौरान किस तरह की होंगी रस्में, किसे-किसे मिला आमंत्रण-10 प्वाइंट में जानिए

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28 मई का दिन देश के लिए खास दिन होगा. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई संसद देश को समर्पित करेंगे. पीएम मोदी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रविवार 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का नेतृत्व करेंगे. भले ही उद्घाटन का पूरा सटीक विवरण अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन बताया जा रहा है कि उद्घाटन दो चरणों में होगा.

उद्घाटन समारोह से पहले की रस्में सुबह शुरू होंगी और संसद में गांधी प्रतिमा के पास एक पंडाल में आयोजित होने की संभावना है. पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश इसमें मौजूद रहेंगे.

जानिए 10 बड़ी बातें-:
सुबह 7:30 से 8:30 बजे तक हवन और पूजा होगी. पूजा के लिए पंडाल गांधी मूर्ति के पास लगाया जाएगा. इस पूजा में प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, राज्यसभा डिप्टी चेयरमैन सहित कई मंत्री मौजूद रहेंगे.

इसके बाद 8:30 से 9 बजे के बीच में लोकसभा के अंदर सेंगोल को स्थापित किया जाएगा. सुबह 9/9:30 बजे प्रार्थना सभा होगी. इस प्रार्थना सभा में शंकराचार्य सहित कई बड़े विद्वान पंडित और साधु संत रहेंगे. आदि शिव और आदि शंकराचार्य की पूजा हो सकती है.

पूजा के बाद गणमान्य लोग नए भवन में लोकसभा के कक्ष और राज्यसभा कक्ष के परिसर का निरीक्षण करेंगे. अनुष्ठानों के बाद लोकसभा कक्ष में स्पीकर की कुर्सी के ठीक बगल में पवित्र ‘सेंगोल’ स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए इसे डिजाइन करने वाले मूल जौहरी सहित तमिलनाडु के पुजारी मौजूद रहेंगे.

नए संसद भवन के परिसर में एक प्रार्थना समारोह भी आयोजित किया जाएगा. सुबह का चरण करीब 9:30 बजे समाप्त होगा, जिसके बाद समारोह का दूसरा चरण दोपहर में पीएम मोदी सहित सभी गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में लोकसभा कक्ष में राष्ट्रगान के गायन के साथ शुरू होने की उम्मीद है.

इस चरण के दौरान उप राज्यसभा सभापति, हरिवंश द्वारा भाषण दिया जाएगा, जो राज्यसभा के सभापति, जगदीप धनखड़ की ओर से एक लिखित बधाई संदेश पढ़ेंगे. इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का लिखित संदेश भी पढ़ा जाएगा.

इस अवसर पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता के भाषण के लिए एक स्लॉट भी रखा गया है. हालांकि, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के रविवार को समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने कई विपक्षी दलों के साथ उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है.

पीएम मोदी ऐतिहासिक अवसर पर 75 रुपये का एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे. वह इस अवसर पर अपना भाषण भी देंगे, जिसके बाद महासचिव लोकसभा धन्यवाद प्रस्ताव देंगे.

नए संसद भवन के मुख्य वास्तुकार बिमल पटेल और प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा, जिनकी कंपनी टाटा ने नए भवन का निर्माण किया है, उन्हें भी नए भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है.

फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों सहित कुछ प्रमुख हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा गया है. नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक है. संसद का मौजूदा भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था, और अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है.

बीजेपी सहित ये दल रहेंगे मौजूद
बीजेपी के अलावा, अन्नाद्रमुक, अपना दल, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, शिवसेना के शिंदे गुट, एनपीपी और एनपीएफ सहित एनडीए में कई दलों ने रविवार को समारोह में भाग लेने की पुष्टि की है. उद्घाटन के लिए बीजू जनता दल, टीडीपी और वाईएसआरसीपी सहित कई तटस्थ दल मौजूद रहेंगे. रविवार को होने वाले समारोह में विपक्षी दलों में शिरोमणि अकाली दल (शिअद), बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) और जनता दल-सेक्युलर भी शामिल होंगे.

कांग्रेस सहित 19 विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया
कांग्रेस सहित 19 विपक्षी दलों ने संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार की घोषणा की है. नई संसद के उद्घाटन के लिए निमंत्रण भौतिक रूप से और साथ ही ई-निमंत्रण के माध्यम से भी भेजा गया है. एएनआई के मुताबिक, दोनों सदनों के मौजूदा सदस्यों के अलावा लोकसभा के पूर्व अध्यक्षों और राज्यसभा के पूर्व सभापति को निमंत्रण भेजा गया है. उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है. भारत सरकार के सभी मंत्रालयों के सचिवों को भी निमंत्रण भेजा जा चुका है.

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