प्रयागराज में अतीक अहमद के चकिया स्थित दफ्तर में खून के धब्बे मिलने से हड़कंप मच गया है. इन धब्बों को देखकर ये कहा जा सकता कि ये ज्यादा पुराने नहीं है. अतीक के पूरे दफ्तर में जगह-जगह खून के निशान दिखाई दे रहे हैं. यही नहीं यहां पर एक खून से सना चाकू और एक सफेद रंग का दुपट्टा मिला है, जिस पर भी खून के धब्बे लगे हुए. इन हालातों को इस तरह की आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस दफ्तर में कोई अनहोनी तो नहीं हुई है.
अतीक अहमद की हत्या के बाद उसके दफ्तर के अंदर इस तरह खून के धब्बे मिलना और पूरा दफ्तर अस्त व्यस्त होना बेहद चौंकाने वाला मामला है. खून के ये धब्बे ग्राउंड फ्लोर से होकर ऊपर की ओर तक दिखाई देते हैं. जबकि खून से सना चाकू नीचे ही पड़ा हुआ हैं. खून के निशान ग्राउंड फ्लोर से ऊपर सीढ़ियों पर भी जगह-जगह दिखाई देते हैं. ऊपर कमरे में सोफे पर एक सफेद रंग का दुपट्टा रखा हुआ है, जिस इस पर खून के निशान लगे हुए हैं. एक जगह टूटी हुई चूड़ियां भी मिली हैं.
अतीक के दफ्तर में सारा सामान बुरी तरह से अस्त व्यस्त है. जिसे देखकर ऐसा लगता है कि यहां पर कुछ ढूंढने की कोशिश की गई है. किचन में भी चावल और दूसरा सामान बेतरतीब हिसाब से फैला हुआ है. किचन के अंदर भी खून के निशान हैं. अलमारी के कपड़े बाहर फैले हुए हैं. कागजों में भी कुछ ढूंढने की कोशिश की गई है जिसकी वजह से दफ्तर में कागज भी बिखरे हुए हैं.
इस खबर की सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है. पुलिस की टीम मामले की जांच के लिए दफ्तर में पहुंची हुई है और मौके से सबूत इकट्ठा करने में जुटी हुई है. पुलिस अतीक के दफ्तर की तलाशी ले रही हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर यहां पर क्या हुआ है. क्या यहां पर किसी की हत्या की गई है या फिर यहां कोई अनहोनी हुई है.
चकिया स्थित अतीक का ये वही दफ्तर है जहां पर लोगों का अपहरण कर लाया जाता था और फिर उन्हें टॉर्चर किया जाता था. अतीक अहमद के इस दफ्तर के आगे के हिस्से को बुलडोजर से ढहाया जा चुका है. वहीं अब इस मामले में पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस हाई प्रोफाइल केस में इस दफ्तर की निगरानी क्यों नहीं की गई. पुलिस ने इसे सील क्यों नहीं किया.