कर्नाटक हाईकोर्ट ने फेसबुक के राज्य पुलिस को सहयोग ना करने पर सख्त नाराजगी जताई है. अदालत ने एक अर्जी पर सुनवाई के दौरान कहा कि अगर फेसबुक एजेंसियों का सहयोग नहीं करती है तो फिर इसे पूरे भारत में बंद करने पर विचार क्यों ना किया जाए.
जस्टिस कृष्णा एस दीक्षित ने सऊदी अरब की जेल में बंद भारतीय नागरिक से जुड़े केस की सुनवाई के दौरान ये बात कही है. पुलिस ने फेसबुक से इस व्यक्ति से जुड़ी जानकारी मांगी थी, जो फेसबुक की ओर से नहीं दी गई. कर्नाटक पुलिस की ओर से अदालत को ये परेशानी बताई गई तो जस्टिस दीक्षित फेसबुक के रवैये से बेहद खफा दिखे. कर्नाटक हाईकोर्ट ने इसके बाद फेसबुक को ऑर्डर जारी करते हुए एक हफ्ते में इस पर रिपोर्ट देने को कहा है.
क्या है पूरा मामला
मंगलुरू की रहने वाली कविता ने कर्नाटक हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल करते हुए बताया है कि उनके पति शैलेश कुमार कई साल से सऊदी अरब में नौकरी करते हैं. साल 2019 में जब देश में CAA और NRC का आंदोलन चल रहा था तो उनके पति ने आंदोलन के खिलाफ और सरकार के समर्थन में फेसबुक पोस्ट किया था. इससे चिढ़े कुछ लोगों ने उनके नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर सऊदी अरब के शासक और इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डाल दिए. इसके बाद सऊदी अरब की पुलिस ने शैलेश को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया.
कविता ने इसकी शिकायत मंगलुरु पुलिस से की है. पुलिस ने शिकायत की जांच करते हुए फेसबुक से फर्जीअकाउंट खोले जाने की जानकारी मांगी लेकिन साइट ने कोई जवाब नहीं दिया. इस पर कविता ने जांच में देरी को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. जिस पर अदालत सुनवाई कर रही है.