झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज कर इंडिया एलायंस की प्रदेश में दोबारा से सरकार बनी. 28 नंवबर को इतिहास रचते हुए हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया. बता दें कि पहली बार प्रदेश में किसी सरकार ने लगातार दो बार जीत दर्ज की है.
शिल्पी नेहा तिर्की ने मंत्री पद की शपथ ली. ये अपने पिता बंधू तिर्की की राजनीति विरासत को संभाल रही है. आदिवासी महिला नेता के रूप में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. शिल्पी मांडर से कांग्रेस विधायक हैं.
गिरिडीह से JMM विधायक सुदिव्य कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली. सुद्विय कुमार ने कल्पना सोरेन की राजनीति पारी में अहम भूमिका अदा किया. वह हेमंत सोरेन के परिवार के काफी करीबी भी माने जाते हैं. ये एक बड़े चेहरे के तौर पर देखे जा रहे थे.
JMM नेता योगेंद्र प्रसाद सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली. बोकारो के गोमिया से योगेंद्र प्रसाद विधायक हैं. पहली बार 2014 में विधायक बने थे. योगेंद्र प्रसाद राज्य पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
दीपिका पांडेय सिंह को एक बार फिर से हेमंत कैबिनेट में जगह मिली है. पिछली सरकार में भी दीपिका पांडेय का मंत्री बनाया गया था. दीपिका महगामा से कांग्रेस विधायक हैं.
हफीजूल हसन को हेमंत कैबिनेट में एक बार फिर से जगह मिली है. पिछली सरकार में भी हफीजूल हसन को मंत्री बनाया गया था. इनके पिता हाजी हुसैन के निधन के बाद उपचुनाव में जीत दर्ज कर राजनीति पारी की शुरुआत की. पिछली सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रह चुके हैं.
झारखंड कांग्रेस के बड़े नेता इरफान अंसारी को झारखंड कैबिनेट 2.0 में मंत्री बनाया गया. इरफान अंसारी जामताड़ा से विधायक हैं. पिछली सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं.
रामदास सोरेन ने हेमंत कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली.चंपाई की जगह रामदास सोरेन को मंत्री बनाया गया. चंपाई सोरेन की जगह बड़े आदिवासी चेहरे के रूप में रामदास सोरेन को जेएमएम लेकर आई.