पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे के नीतीश कुमार को उपप्रधानमंत्री का दर्जा मिलना चाहिए वाले इस बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. सवाल उठ रहा है कि क्या नीतीश कुमार को केंद्र में लाकर बीजेपी बिहार में अपना सीएम बनाना चाहती है? क्या बयान किसी रणनीति का हिस्सा है? आरजेडी से आए दिन दावा किया जाता है कि बिहार में नीतीश कुमार को हटाकर बीजेपी अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है. चौबे के उपप्रधानमंत्री वाले बयान पर गुरुवार (10 अप्रैल, 2025) को जेडीयू की ओर से रिएक्शन दिया गया.
जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को बिहार की जनता पसंद करती है. नीतीश के चेहरे पर जनता भरोसा करती है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नीतीश चेहरा हैं. एनडीए उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा. जनता फिर मुख्यमंत्री बनाएगी.
अभिषेक झा ने आगे कहा कि हमारे देश की ये खूबसूरती है कि यहां अभिव्यक्ति की आजादी है. कोई भी व्यक्ति कोई भी मांग किसी भी प्लेटफॉर्म पर उठा सकता है. अश्विनी चौबे ने वही किया, लेकिन जनता नीतीश को बिहार में पसंद करती है. उन्होंने बिहार का कायाकल्प किया है. हर क्षेत्र में विकास 20 वर्षों में किया.
बता दें कि अश्विनी चौबे ने कहा है कि नीतीश कुमार ने लंबे समय तक एनडीए के साथ संयोजक की भूमिका निभाई है. यदि उन्हें उप प्रधानमंत्री का दर्जा दिया जाता है तो यह बिहार के लिए गर्व की बात होगी. अगर ऐसा होता है तो यह बिहार के लिए बहुत फायदेमंद होगा, क्योंकि यह सम्मान जगजीवन राम के बाद बिहार को दूसरी बार मिलेगा.
अश्विनी चौबे के बयान पर लालू की पार्टी आरजेडी ने निशाना साधा है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि यह बयान संकेत है कि नीतीश को बीजेपी निपटाएगी. नीतीश को निपटाने में बीजेपी लगी हुई है. लगातार हमारी पार्टी कह रही है कि नीतीश को बीजेपी मुख्यमंत्री की कुर्सी से बेदखल करेगी. बयान यही इशारा कर रहा है. बीजेपी का हिडेन एजेंडा सामने आ गया है. जेडीयू को बीजेपी अब समाप्त करेगी.
बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दिए गए बयान पर सांसद राजीव प्रताप रूडी ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “अभी तो नीतीश कुमार जी बिहार को अच्छे से चला रहे हैं, और लोकसभा का चुनाव कब खत्म हो गया है.”