जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक बड़ा एक्शन लिया है. आतंकवादी बिट्टा कराटे की पत्नी सहित चार सरकारी कर्मचारियों को सरकार ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. बिट्टा कराटे वो आतंकवादी है जिसने खुद कबूल किया था कि वह कश्मीरी पंडितों की हत्या में शामिल है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक चारों सरकारी कर्मचारियों को को आतंकी संबंधों के कारण सेवाओं से बर्खास्त कर दिया गया है.
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 1990 के दशक में घाटी में कश्मीरी पंडितों की सामूहिक हत्याओं के लिए जिम्मेदार आतंकवादी बिट्टा कराटे ने 2011 में कश्मीर प्रशासनिक सेवा (केएएस) की अधिकारी असबाह अर्जुमंद खान से शादी कर ली.
1999 में कश्मीर विश्वविद्यालय से जन संचार और पत्रकारिता में एमए की डिग्री प्राप्त करने वाली असबाह खान ने 2007 तक कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एक एडिटर के रूप में काम किया. 2009 में, खान ने कश्मीर प्रशासनिक सेवा (केएएस) परीक्षा उत्तीर्ण की और बाद में सामान्य प्रशासनिक विभाग में तैनात हुई. बाद में असबाह खान ने जर्मनी से Peace and Conflict Studies का एक कोर्स भी किया.
एक इंटरव्यू के दौरान कराटे के एक करीबी ने खुलासा किया था कि नब्बे के दशक की शुरुआत में कई युवा आतंकवाद में सबसे आगे थे और उस समय कश्मीर में शादी के लिए पुरुषों की सबसे अधिक मांग थी. करीबी ने बताया कि उस समय लोग उनका गर्मजोशी से आतंकियों का स्वागत करते थे और उन्हें पूरा सम्मान देते थे.
असबाह खान भी बिट्टा की प्रशंसक थी, एक बार उन्होंने कहा था कि अगर वह सरकारी अधिकारी नहीं होती तब भी वह बिट्टा से शादी कर लेती.