क्या भारत का अंग्रेजी नाम इंडिया बदला जाएगा? जी20 समिट के निमंत्रण पत्र सामने आने के बाद से न केवल सवाल उठने लगे हैं, बल्कि भारत बनाम इंडिया पर महाभारत शुरू हो गई है. भारत बनाम इंडिया पर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गई है. एक ओर जहां कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार इंडिया शब्द हटाने जा रही है, वहीं भाजपा इस कवायद को जस्टिफाई करती नजर आ रही है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यह दावा किया है कि जी20 समिट के दौरान भारत आने वाले देशों के राष्ट्राध्यक्षों को राष्ट्रपति भवन में दिए जाने वाले राजकीय भोज के दौरान निमंत्रण पत्र पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ शब्द का प्रयोग किया गया है.
उन्होंने ऐसा किए जाने पर अपनी आपत्ति जताते हुए एक ट्वीट किया, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है. वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने केंद्र सरकार के इस कदम की जमकर तारीफ की.
दरअसल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, ‘तो ये खबर वाकई सच है. राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी20 रात्रिभोज के लिए ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है. अब संविधान का अनुच्छेद- 1 यह कह सकता है: “भारत, जो पहले इंडिया था, राज्यों का एक संघ है, लेकिन अब इस “राज्यों के संघ” पर भी हमला हो रहा है.
वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की तरफ से सरकार के कदम का बचाव किया गया है. उन्होंने प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत शब्द का प्रयोग किए जाने पर कहा, ‘रिपब्लिक ऑफ भारत – खुशी और गर्व है कि हमारी सभ्यता साहसपूर्वक अमृत काल की ओर आगे बढ़ रही है.’