भारत ने अमेरिका से 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के लिए एक महत्वपूर्ण सौदा किया है, जिसकी कुल लागत लगभग ₹32,000 करोड़ (लगभग $4 बिलियन) है.
इस सौदे को भारतीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति ने मंजूरी दी है. इनमें से 15 ड्रोन भारतीय नौसेना को और बाकी 16 भारतीय सेना और वायु सेना को वितरित किए जाएंगे.
यह सौदा भारत की सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने के लिए किया गया है, खासकर चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच. ड्रोन का निर्माण अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स द्वारा किया जाएगा, और यह सौदा अमेरिकी विदेशी सैन्य बिक्री कार्यक्रम के तहत हुआ है.