केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आज (मंगलवार) को भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम यानि Bharat NCAP को लॉन्च करने जा रहे हैं. इसी के साथ ऐसा पहली बार होगा कि अब कारों की दुर्घटना सुरक्षा मुल्यांकन की प्रणाली हमारे देश में ही मौजूद होगी और कंपनियों को अपनी कारों को टेस्ट करवाने के लिए किसी विदेशी संस्था की तरफ नहीं देखना होगा. अब देश में ही नई कारों का क्रैश टेस्ट कर उन्हें सेफ्टी रेटिंग दी जाएंगी. इसका सीधे तौर पर जहां फायदा ग्राहकों को होगा वहीं कार मैन्युफैक्चरर्स के लिए भी बड़ा नफे का सौदा साबित होने जा रहा है.
गौरतलब है कि सरकार ने इस संबंध में कहा कि अब कार मैन्युफैचरर्स इस प्रोग्राम के तहत कारों को ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्ड के तहत गाड़ियों की टेस्टिंग कर सकेंगे. इससे गाड़ियों को मिलने वाली सेफ्टी रेटिंग मिलने में देर नहीं होगी और कार कितनी सुरक्षित है इसका हाथों हाथ पता चल सकेगा. आइये आपको बताते हैं ये कैसे काम करेगा और इसके क्या फायदे होंगे.
कैसे करेगा काम
कारों को GNCAP की ही तरह एडल्ट और चाइल्ड सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी.
इससे ये पता चल सकेगा कि हादसे के दौरान कार और उसमें बैठे लोगों को कितना नुकसान हो सकता है.
5 स्तरों पर कार को क्रैश टैस्ट कर जांच की जाएगी.
कार की टेस्टिंग के हर स्तर के हिसाब से अंक दिए जाएंगे और इसी के आधार पर इसकी फाइनल रेटिंग तय की जाएगी.
क्या होगा कंपनियों को फायदा
कंपनियों का सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि उनकी गाड़ियों की टेस्टिंग देश में हो जाएगी, जिससे उनका विदेश गाड़ी भेज टेस्ट करवाने का खर्च बचेगा.
कार के लॉन्च होने से पहले ही कंपनियां अपनी कारों को टेस्ट करवा सकेंगी, जिससे पहले से ग्राहकों को उसकी सेफ्टी रेटिंग की जानकारी मिल सके.
देश में होने वाला टेस्ट यहां की स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर भी किया जाएगा जिसका सीधा फायदा कंपनियों को होगा.
आपको क्या होगा फायदा
आपको एक सेफ कार को चुनने में आसानी होगी.
देश में ही टेस्ट होने के चलते कारों को रेटिंग जल्द ही मिल जाया करेगी.
इस टेस्ट के इंडिया में शुरू होने के साथ ही कंपनियां अब ज्यादा सेफ गाड़ियों के प्रोडक्शन पर ध्यान देंगी.