मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया. उसके बाद संसद के दोनों सदनों को बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. आज यानी बुधवार को संसद के दोनों सदनों में बजट पर चर्चा होगी.
इस बीच इंडिया गठबंधन के सांसद लोकसभा में प्रदर्शन कर सकते हैं. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस बारे में मंगलवार को हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में फैसला लिया गया. प्रमोद तिवारी बजट की आलोचना की और दावा किया कि इस बजट में विकास की पहलों का अभाव है. उन्होंने कहा कि यह बजट भारत के संघीय ढांचे को कमजोर करता है और ये भेदभावपूर्ण बजट है.
लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर चर्चा से पहले इंडिया गठबंधन के सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं. इंडिया गठबंधन का आरोप है कि इस बजट में उन राज्यों की उपेक्षा की गई हैं जहां बीजेपी की सरकार नहीं है. प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्किकार्जुन खरगे, सांसद राहुल गांधी, सोनिया गांधी, सपा मुखिया अखिलेश यादव समेत तमाम विपक्षी गठबंधन के नेता मौजूद हैं.
इसी के साथ संसद में आज से बजट पर चर्चा की शुरुआत होगी. ऐसा माना जा रहा है कि लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर 20-20 घंटे चर्चा हो सकती है. ऐसा माना जा रहा है कि बजट सत्र के दौरान विपक्ष जोरदार हंगामा कर सकता है. कांग्रेस सांसदों ने बजट पर चर्चा को लेकर रणनीति बनाई है. बजट पर चर्चा के लिए कांग्रेस की ओर से नेताओं का चयन कर लिया गया है. कांग्रेस की ओर से जो नेता बजट पर चर्चा करेंगे उनमें कुमारी शैलजा, शशि थरूर और परिणीति शिंदे का नाम शामिल है जो कांग्रेस के शुरुआती स्पीकर्स होंगे.
उधर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधियों की से मुलाकात करेंगे. ये बैठक संसद परिसर में सुबह करीब 11.30 बजे हो सकती है.
इंडिया गठबंधन के प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि, “यह एक बहुत ही अनुचित बजट है. इसमें भारत के कई राज्यों और उनकी गंभीर चिंताओं को नजरअंदाज किया गया है. यह एक हताश सरकार द्वारा केवल अपना अस्तित्व बचाने के लिए बनाया गया बजट है. उन्हें इस बात की कोई परवाह नहीं है कि स्थानीय लोगों का क्या होगा.