विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने शुक्रवार को अपनी तीसरी बैठक में 2024 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने का प्रस्ताव पारित किया. अपने प्रस्ताव में, इसने कहा कि विभिन्न राज्यों में सीट-बंटवारे की व्यवस्था भी लेन-देन की सहयोगात्मक भावना से की जाएगी.
इंडिया ब्लॉक ने 13 सदस्यीय संयुक्त समन्वय समिति का भी निर्णय लिया है.
संकल्प में कहा गया है, ‘हम ‘इंडिया’ की पार्टियां, आगामी लोकसभा चुनाव जहां तक संभव हो, मिलकर लड़ने का संकल्प लेते हैं. विभिन्न राज्यों में सीट-बंटवारे की व्यवस्था तुरंत शुरू की जाएगी और लेन-देन की सहयोगात्मक भावना के साथ जल्द से जल्द समाप्त की जाएगी.”
प्रस्ताव में कहा गया है कि ‘इंडिया’ की पार्टियां सार्वजनिक सरोकार और महत्व के मुद्दों पर देश के विभिन्न हिस्सों में जल्द से जल्द सार्वजनिक रैलियां आयोजित करेंगी.
प्रस्ताव में कहा गया है, “हम ‘इंडिया’ की पार्टियां, विभिन्न भाषाओं में जुडेगा भारत, जीतेगा इंडिया थीम के साथ अपनी संबंधित संचार और मीडिया रणनीतियों और अभियानों को समन्वयित करने का संकल्प लेते हैं.”
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, एनसीपी के शरद पवार, राजद के तेजस्वी यादव, जेआईएम के हेमंत सोरेन, डीएमके के एमके स्टालिन, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, आप के राघव चड्ढा, समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान, जनता दल-यूनाइटेड के लल्लन सिंह, सीपीआई के डी राजा, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती के साथ 13 सदस्यों वाली संयुक्त समन्वय समिति भी बनाई गई है.
हालांकि, अभी राष्ट्रीय संयोजक तय नहीं हुआ है.
एक कांग्रेसी नेता के अनुसार संयुक्त समन्वय समिति को एक एजेंडा भी सौंपा जाएगा, इसमें 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे का मुद्दा, एक सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा, संयुक्त अभियान का मुद्दा, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय या राज्य स्तर पर विभिन्न दलों के साथ संपर्क करना आदि शामिल है.