देश में 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी मिल गई है और अब जल्द ही यह सर्विस लॉन्च होने वाली है. कैबिनेट ने 20 साल के लिए 5G स्पेक्ट्रम्स की नीलामी को मंजूरी दी है. भारत में 5G सर्विस इस साल सितंबर तक रोलआउट हो जाएगी, जबकि नीलामी की प्रक्रिया को जुलाई अंत तक पूरा कर लिया जाएगा.
इसकी जानाकरी यूनियन टेलीकॉम और आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को दी है. इस हफ्ते ही कैबिनेट ने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी दी है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया, ‘5G स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है. ऑक्शन प्रॉसेस को इस साल जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा, जो हमारा शेड्यूल्ड टार्गेट डेट था. टेलीकॉम कंपनियां भी पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर को सेटअप करने में साथ-साथ काम कर रही हैं.
वैष्णव की मानें तो इस साल अगस्त से सितंबर में 5G सर्विस रोलआउट हो जाएगी. एजेंसी रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने बताया, ‘नीलामी अपने समय से हो रही है. ऑक्शन के लिए जुलाई टाइमफ्रेम था. अगस्त और सितंबर 5G रोलाउट का टाइमफ्रेम है.’ केंद्रीय मंत्री ने ये सभी जानकारी पेरिस में चल रहे टेक्नोलॉजी इवेंट में दी है. वह यहां इवेंट उद्घाटन में पहुंचे थे.
धीरे-धीरे देशभर में होगा विस्तार
टेलीकॉम कंपनियों ने देश में 5G का ट्रायल कर लिया है. हालांकि, बीएसएनएल ने अभी ट्रायल नहीं किया है. सभी प्राइवेट प्लेयर्स ने 5G ट्रायल और दूसरी तैयार पिछले साल ही शुरू कर दी थी.
स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद ही 5G सर्विसेस का प्राइस तय होगा. रिपोर्ट्स की मानें तो शुरुआत में टेलीकॉम कंपनियां देश के कुछ शहरों में 5G सर्विस लॉन्च करेंगी और धीरे-धीरे इनका विस्तार किया जाएगा.”
4G से कई गुना तेज होगी स्पीड
दुनिया के कई देशों में 5G सर्विस लॉन्च हो चुकी है और रिपोर्ट्स में मानें तो 4G और 5G के प्लान्स में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है. वैसे भारत में इसकी कीमत कितनी होगी इसके लिए कुछ दिनों का इंतजार करना होगा.
5G पर यूजर्स को 4G के मुकाबले 100 गुना तक ज्यादा तेज स्पीड मिलेगी. जहां 4G नेटवर्क पर 100Mpbs की स्पीड मिल पाती है. 5G पर यूजर्स को 10Gbps तक की स्पीड मिल सकती है