मंगलवार को उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों द्वारा एक दर्जी कन्हैया लाल की उसकी दुकान में नृशंस हत्या मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है. गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को उदयपुर में दर्जी की हत्या के मामले की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है.
गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर लिखा कि एमएचए ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को कल राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है. किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद इस मामले की पड़ताल के लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा एनआईए को ग्रीन सिग्नल दे दिया गया है.
केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जिस तरह से एक साजिश के तहत मंगलवार को उदयपुर में हत्याकांड को अंजाम दिया गया है और हत्याकांड को अंजाम देने से पहले हत्यारों द्वारा वीडियो बनाया गया. यहां तक की हत्या करने के वक्त का भी वीडियो बनाकर जिस तरह से खौफ और दहशत पैदा करने की साजिश रची गई.
ये हत्या या हेट क्राइम नहीं बल्कि ये आतंकवाद या धार्मिक जेहाद जैसा रूप प्रतीत हो रहा है. लिहाजा इसी मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए की एक टीम को दिल्ली मुख्यालय से उदयपुर के लिए मंगलवार रात को ही रवाना कर दिया गया था . बुधवार सुबह को एनआईए की टीम सबसे पहले घटना स्थल पर जाएगी.