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महाकुंभ 2025: प्रयागराज में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगी, बढ़ी परेशानी – हुई जरूरी सामान की किल्लत

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है, लेकिन इससे संगम नगरी में खाद्यान समेत जरूरी सामान की किल्लत पैदा हो गई है. बताया जा रहा है कि शहर के ज्यादातर थोक कारोबारियों के पास भी आटा, मैदा, सूजी जैसे जरूरी सामान का भंडार खत्म हो गया है. भारी वाहनों के शहर में प्रवेश पर रोक के चलते इन सभी सामानों की सप्लाई नहीं हो पा रही है. यही नहीं डीजल और पेट्रोल के टैंकर भी शहर में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं. जिससे जिले करीब 50 से अधिक पेट्रोल पंपों पर तेल खत्म हो गया है वहीं पैकेट बंद दूध की गाड़ी भी दिन में एक ही बार आ रही हैं, जिससे कई मोहल्लों में दूध की किल्लत भी पैदा हो गई है.

सोमवार को संगम में करीब सात घंटों तक नावों का संचालन भी बंद रहा. जिससे श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. श्रद्धालु पहले रेंगते हुए वाहन से और उसके बाद पैदल चलकर ही घाट पर पहुंचे, लेकिन वहां नावें खड़ी थी. लेकिन नाविकों ने नाव न होने की बात कह दी. जब करीब सात घंटों तक नाव नहीं मिली तो श्रद्धालुओं ने उसी घाट पर स्नान कर लिया. वहीं जिन श्रद्धालुओं ने पहले से ही नाव की बुंकिंग करा रखी थी उन्हें एक दिन और रुकना पड़ा.

सोमवार को संगम नगरी में किलाघाट, बोट क्लब, बलुआघाट, अरैल सहित दूसरे घाटों पर ही ऐसी ही स्थिति देखने को मिली. दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आगमन के चलते सुबह पांच बजे के बाद नावों का संचालन बंद कर दिया गया. जिससे लाखों श्रद्धालु संगम तक नहीं पहुंच सके. शाम पांच बजे के बाद नावों के संचालन की उम्मीद थी, लेकिन दिन ढलने के कारण कुछ देर के लिए केवल मोटर बोट का संचालन किया गया. इस दौरान चप्पू नावों का संचालन पूरी तरह से बंद रहा. देर शाम गंगा का प्रवाह तेज होने से मंगलवार को भी नावों के संचालन की उम्मीद नहीं है.

बता दें कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंच रही है. श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न घाटों से करीब पांच हजार चप्पू नाव का संचालन हो रहा है. इसके अलावा विभिन्न विभागों द्वारा 500 मोटर बोट भी चलाई जा रही हैं. इन नावों के द्वारा लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन स्नान करते हैं. सोमवार को राष्ट्रपति के मेला क्षेत्र में आगमन पर सभी तरह की नावों का संचालन पूरी तरह से बंद रहा.

उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि, ‘महाकुंभ में यातायात व्यवस्था सामान्य हो रही है. अब तक 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. रोजाना लाखों की संख्या में लोग प्रयागराज आ रहे हैं. इतनी संख्या में लोगों और वाहनों के प्रवाह का प्रबंधन पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे कठिन चुनौती है. शहर के बुनियादी ढांचे की क्षमता से कई गुणा ज्यादा संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं. ऐसे में यातायात में देरी होना स्वाभाविक है. हालांकि पुलिस के सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक, सभी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. वे श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करने के साथ शहर को सुव्यवस्थित बनाए रखने में अपनी पूरी शक्ति झोंक रहे हैं.

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