कर्नाटक के मांड्या में धार्मिक झंडा उताने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. जिसके चलते इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला मांड्या के केरागोडु गांव में हनुमान ध्वज फहराने को लेकर हुआ है.
झंडा उतारने के बाद हंगामा हुआ और उसके बाद प्रशासन ने गांव में सुरक्षा बढ़ा दी. बता दें कि बीते दिनों केरागोडु गांव में कुछ युवाओं ने ग्राम पंचायत की अनुमति के बाद 108 फीट ऊंचे एक पोल पर भगवा झंडा फहरा दिया था. लेकिन उसके बाद जिला प्रशासन ने इस झंडे को उतार दिया. उसके बाद यहां विरोध शुरू हो गया.
जिला प्रशासन ने जैसे ही इस झंडे को उतारा बीजेपी और जेडीएस के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कर्नाटक पुलिस मौके पर पहुंच गई और विरोध प्रदर्शन करने वालों को समझाने की कोशिश की.
इस विरोध प्रदर्शन के बाद विपक्ष के नेता आर अशोक ने सिद्धारमैया सरकार की आलोचना की और ग्राम पंचायत की जमीन से भगवान झंडा उताने को गलत बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर राम और हनुमान विरोधी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राम और हनुमान मंदिर के खिलाफ है. वे ऐसा लोकसभा चुनाव के कारण कर रहे हैं. अशोक ने कहा कि राम मंदिर उद्घाटन के दौरान भी ऐसा ही किया. मैं इसका विरोध करता हूं और मैं मंड्या जाकर विरोध दर्ज करूंगा. उन्होंने कांग्रेस पर हिंदुओं को भड़काने का भी आरोप लगाया.
वहीं इस मामले पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सफाई दी और हनुमान ध्वज हटाए जाने के प्रशासन के फैसले का बचाव किया. सिद्धारमैया ने कहा कि सरकारी जमीन पर मौजूद पोल पर भगवा के बजाय राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना चाहिए. राष्ट्रीय ध्वज की जगह भगवा झंडा फहराना सही नहीं है.