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पांचवीं और आठवीं क्लास में भी बच्चें हो सकते है फेल-इस राज्य ने स्कूली शिक्षा में किया बदलाव

सांकेतिक फोटो

इस साल एजुकेशन सेक्टर में कई तरह के बदलाव देखे गए. विभिन्न राज्य नई शिक्षा नीति 2020 को भी स्कूल एजुकेशन में लागू करने के लिए नए नियम बना रहे हैं. अभी तक 5वीं और 8वीं क्लास की परीक्षा में फेल होने वाले स्टूडेंट्स को अगली क्लास में प्रमोट कर दिया जाता था लेकिन अब हरियाणा में ऐसा नहीं होगा. हरियाणा सरकार ने स्कूली शिक्षा में बहुत बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है.

हरियाणा में अब पांचवीं और आठवीं क्लास की नियमित रूप से परीक्षाएं ली जाएंगी. इसमें फेल होने वाले स्टूडेंट्स को अगली क्लास में एडमिशन नहीं दिया जाएगा. इन स्टूडेंट्स को 2 महीने के अंदर दोबारा परीक्षा देनी होगी. इसमें पास होने पर ही उन्हें अगली क्लास यानी 6 या 8 में एडमिशन दिया जाएगा. नए नियमों के अनुसार, अगर स्टूडेंट दोबारा वाली परीक्षा में भी फेल हो जाता है तो उसे उसी क्लास में रोक दिया जाएगा यानी रिपीट करना होगा.

शिक्षा विभाग के पुराने नियमों में 8वीं तक किसी भी स्टूडेंट को फेल करने का प्रावधान नहीं था. कम अंक होने पर भी स्टूडेंट्स को पास कर दिया जाता था. लेकिन अब केंद्र सरकार ने 8वीं तक फेल न करने की नीति बदल दी है. केंद्र के इस फैसले को हरियाणा में लागू भी कर दिया गया है. हरियाणा शिक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर अपडेट की जानकारी दी है. अन्य राज्य भी कुछ समय में इसे अपने यहां लागू कर सकते हैं.

हरियाणा के स्कूलों में क्लास 5 और 8 में पढ़ाई कर रहे किसी भी स्टूडेंट को फेल होने पर 2 महीने में दोबारा परीक्षा देनी होगी. इस दौरान स्टूडेंट का रिजल्ट सुधारने के लिए टीचर्स उन्हें स्पेशल गाइडेंस देंगे. स्टूडेंट्स को न सिर्फ स्टूडेंट के प्रदर्शन पर ध्यान देना होगा, बल्कि उनके पैरेंट्स को भी जरूरी सहायता प्रदान करनी होगी. फिर शिक्षक स्टूडेंट के प्रदर्शन का आकलन करके उन्हें जरूरी टिप्स देंगे. स्कूल प्रिंसिपल पढ़ाई में कमजोर स्टूडेंट्स की लिस्ट बनाकर उनमें सुधार की निगरानी करेंगे.
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