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कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भारत को मिला एक और अहम हथियार, नेजल वैक्सीन को मिली मंजूरी

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सांकेतिक फोटो

कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भारत को एक और अहम हथियार मिल गया है. चीन में जारी कोरोना कहर के बीच भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है.

यह नाक में दी जाने वाली वैक्सीन है और अब नाक में दो बूंद डालने से ही कोरोना बेअसर हो सकता है. इस वैक्सीन को आज यानी शुक्रवार से टीकाकरण अभियान में शामिल किया जा रहा है और कोवैक्सीन और कोविशील्ड ले चुके लोग भी इस वैक्सीन को ले सकते हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि एक्सपर्ट कमेटी ने नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. बताया जा रहा है कि कोविन ऐप पर आज से भारत बायोटेक की इस नेजल वैक्सीन को शामिल कर लिया जाएगा. हालांकि, अभी निजी अस्पतालों में ही यह वैक्सीन उपलब्ध होगी.

माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही इसे सरकारी अस्पतालों से लेकर मार्केट में उसे उपलब्ध करा सकती है. इस वैक्सीन को मंजूरी मिलने से अब किसी को वैक्सीन के लिए इंजेक्शन लेने की जरूरत नहीं होगी, वह चाहे तो नाक में दो बूंद ड्रॉप वाली यह वैक्सीन भी ले सकता है.

बता दें कि पिछले महीने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड नाक से दी जाने वाली वैक्सीन इनकोवैक को लेकर केंद्र सरकार से संपर्क साधा था. नवंबर में भारत बायोटेक ने केंद्र सरकार से नाक से दी जाने वाली अपनी कोविड रोधी दवा ‘इनकोवैक’ (iNCOVACC) को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया था, ताकि इसे लेने वाले लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र मिल सके.

बता दें कि अभी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और कोवोवैक्स, रूस की स्पूतनिक वी और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की कोर्बेवैक्स को कोविन पोर्टल में सूचीबद्ध किया गया है. टीका निर्माता ने छह सितंबर को घोषणा की थी कि नाक से दी जाने वाली दुनिया की पहली कोविड-19 रोधी दवा ‘इनकोवैक’ (बीबीवी154) को आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक की मंजूरी मिल गई है. अन्य देशों में इस्तेमाल की स्वीकृति मिलने के बाद भारत बायोटेक की इनकोवैक का निर्यात करने की भी योजना है.
















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