चंडीगढ़| पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल चार शूटर्स पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं. पंजाब पुलिस महानिदेशक ने इसकी पुष्टि की है. इनमें जगरूप रूपा और मनप्रीत मनु गैंगगस्टर शामिल हैं जो कि फरार चल रहे थे.
वहीं दो अन्य बदमाशों की पहचान की जा रही है हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ये दोनों भी मूसेवाला की हत्या में शामिल थे. अमृतसर जिले के अटारी गांव में पाकिस्तान की सीमा से सटे चिचा भकना गांव में यह मुठभेड़ करीब 6 घंटे तक चली. इस दौरान 3 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं.
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि, सिद्धू मूसेवाला हत्या मामले में जो 2 शूटर मनु और रूपा फरार थे, दोनों की आज मुठभेड़ में मौत हुई है. वहीं 3 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जो खतरे से बाहर हैं. मौके से एक एके-47 और पिस्टल बरामद हुई है. इसके अलावा एक बैग भी मिला है. जिसकी जांच चल रही है.
पुलिस के साथ इन बदमाशों की यह मुठभेड़ सुबह सवा 10 बजे से चल रही थी. जिस जगह पर यह एनकाउंटर हुआ वह बलविंदर सिंह डेरी वाले के नाम के शख्स की जमीन बताई जा रही है और यहां एक पुरानी इमारत थी इसी में ये सभी गैंगस्टर छुपे हुए थे. एनकाउंटर के दौरान पंजाब पुलिस के जवान घर की छत पर चढ़ गए.
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि ये गैंगस्टर्स गांव में छिपे हुए हैं. इसके बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस ने इन्हें घेर लिया. अमृतसर पुलिस और गैंगस्टर के बीच कई राउंड फायरिंग हुई है.
पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है. ये बदमाश लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के लिए काम करते थे.
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की तफ्तीश में गिरफ्तार शूटर्स ने कई खुलासे किये थे. गोल्डी बराड़ और लॉरेश बिश्नोई का सबसे वफादार और सबसे खतरनाक शूटर्स है मनप्रीत उर्फ मानू तरनतारन जिले के खुसा गांव का रहने वाला है.
मूसेवाला की हत्या के दौरान मनप्रित मानू ने ही एके-47 से पहली गोली चलाई थी. बाकी शूटर्स ने मृत पड़े सिद्धू मूसेवाला पर ताबड़तोड़ बारी बारी से अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग की थी.