प्रयागराज| संगम नगरी प्रयागराज में हटिया चौराहे के पास एक जर्जर मकान भरभरा कर गिर गया, इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. सभी घायलों को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
2 की हालत नाजुक बताई जा रही है. सूचना पर पहुंची पुलिस टीम रेस्क्यू कर रही है. बताया जा रहा है कि मकान का बारजा गिरने से लोग मलबे के नीचे दब गए. जिससे उनकी मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि मकान काफी पुराना था. तेज बारिश से बचने के लिए लोग उसके नीचे खड़े हो गए थे. घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है.
पुलिस के साथ एसडीआरएफ की टीम भी राहत और बचाव कार्य में जुट गई है. घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. जिले के कई थानों की पुलिस के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. एंबुलेंस की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थी. रेस्क्यू का कार्य लगातार जारी रखते हुए सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया जहां रास्ते में ही 5 लोगों की मौत हो गई.
स्वरूपरानी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एसपी सिंह ने बताया कि बारजा गिरने की वजह से लोगों को गहरे घाव हुए हैं. कई लोगों की बिल्डिंग अभी भी हो रही है. फिलहाल सभी घायलों का उपचार किया जा रहा है. मुट्ठीगंज में बरजा गिरने से से हुए हादसे में एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में पहुंचे.
5 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. मृतक सुशील कुमार गुप्ता 40 वर्ष, राजेंद्र पटेल 51 वर्ष, नीरज केसरवानी 32 वर्ष, और एक व्यक्ति जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है. फिलहाल दो घायल जिनकी हालात चिंताजनक है.
इसलिए मौत का आंकड़ा 5 से अधिक होने की भी संभावना जताई जा रही है. फिलहाल लगभग एक दर्जन लोग के मलबे में दबे होने की आशंका थी, जिन्हें रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
प्रयागराज हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई पांच हो गई है, हादसे में गंभीर रूप से घायल एक और व्यक्ति की हुई मौत हो गई है. घायल श्याम बाबू की अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत. जर्जर इमारत का आगे का हिस्सा गिरने से 14 लोग चपेट में आए थे, इन 14 लोगों में से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, हादसे में 9 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
जिस इमारत का आगे का हिस्सा गिरा हुआ है वह बिल्डिंग एक ट्रस्ट की है, इस बिल्डिंग में कई किराएदार रहते हैं. बिल्डिंग की हालत बेहद जर्जर है. हालांकि नगर निगम ने जर्जर इमारतों की जो सूची तैयार की है उसमें यह बिल्डिंग शामिल नहीं थी. शहरी क्षेत्र में नगर निगम से ने 170 जर्जर इमारतों की पहचान की है. इन बिल्डिंग्स में लोगों के रहने की वजह से नगर निगम कार्रवाई नहीं कर पा रहा है.