पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह (सेवानिवृत्त) को जापान ने प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया है. राष्ट्रीय रक्षा में भारत और जापान के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए जापान सरकार द्वारा एडमिरल करमबीर को ‘द ऑर्डर ऑफ द राइजिंग सन, गोल्ड एंड सिल्वर स्टार’ से सम्मानित किया गया है. एडमिरल करमबीर सिंह 31 2019 को नौसेना के 24वें प्रमुख बने थे.
उन्होंने पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा का स्थान लिया था. इंडियन नेवी के पूर्व प्रमुख करमबीर सिंह का संबंध जालंधर के गांव फतेहपुर से है, जो आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन से सटा है.
पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह (सेवानिवृत्त) को जापान ने प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया है. राष्ट्रीय रक्षा में भारत और जापान के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए जापान सरकार द्वारा एडमिरल करमबीर को ‘द ऑर्डर ऑफ द राइजिंग सन, गोल्ड एंड सिल्वर स्टार’ से सम्मानित किया गया है.
एडमिरल करमबीर सिंह 31 2019 को नौसेना के 24वें प्रमुख बने थे.
उन्होंने पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा का स्थान लिया था.इंडियन नेवी के पूर्व प्रमुख करमबीर सिंह का संबंध जालंधर के गांव फतेहपुर से है, जो आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन से सटा है.
करमबीर सिंह 1980 में भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे। 1981 में उन्हें भारतीय सेना के हेलिकॉप्टर ‘चेतक’ और ‘कामोव’ को उड़ाने का मौका मिला। एडमिरल सिंह नौसेना प्रमुख के पद पर नवंबर 2021 तक बने रहेंगे.
इंडियन नेवी के पूर्व प्रमुख करमबीर सिंह का संबंध जालंधर के गांव फतेहपुर से है. एडमिरल करमबीर के पिता विंग कमांडर गुरमइजीत सिंह निज्जर शुरुआती शिक्षा के बाद ही गांव फतेहपुर से दिल्ली चले गए थे.
वहां पर 40 के दशक में सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली से ऑनर इकोनॉमिक्स में डिग्री ली थी. 1951 में एयरफोर्स ज्वाइन की और बाद में कमांडिंग अफसर के तौर पर रिटायर हुए थे.