दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन स्टूडेंट्स की मौत के मामले में पांच और लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी. डीसीपी (सेंट्रल) एम हर्ष वर्धन ने बताया कि, कोचिंग सेंटर में बाढ़ की घटना के सिलसिले में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा, “इस घटना में जिसकी भी गलती होगी, उसे बख्शा नहीं जाएगा. हम घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रख रहे हैं.
इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर सात हो गई है. गिरफ्तार लोगों में इमारत के मालिक भी शामिल हैं. डीसीपी ने कहा कि, “गिरफ्तार किए गए लोगों में बेसमेंट के मालिक और थार चलाने वाला ड्राइवर शामिल है. जिससे प्रतीत होता है कि उसने गाड़ी से इमारत के गेट को क्षतिग्रस्त कर दिया था.
इस बीच एमसीडी ने ओल्ड राजिंदर नगर में अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त बरतना शुरू कर दी है और अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया है.
बता दें कि ये घटना शनिवार को भारी बारिश के बाद पुराने राजिंदर नगर में राव स्टडी सर्कल में हुई. इससे पहले, अभिषेक गुप्ता (इमारत के मालिक) और देशपाल सिंह (केंद्र में समन्वयक) नामक दो व्यक्तियों को रविवार को गिरफ्तार किया गया था. इन दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस ने गैर इरादतन हत्या समेत कई अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है.
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने अभ्यर्थियों के विरोध के बीच भवन उपनियमों का उल्लंघन करने पर रविवार को करोल बाग में 13 कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट सील कर दिया गया. इस बीच सोमवार को दिन भर स्टूडेंट्र का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाने वाले कोचिंग सेंटरों और मालिकों के खिलाफ कार्रवाई, अतार्किक किराए और दलाली को नियंत्रित करने के लिए एक किराया विनियमन विधेयक या किराया विनियमन संहिता और छात्रों के लिए एक बीमा कवर या शिकायत निवारण तंत्र की मांग कर रहे हैं.