केरल के बाद दिल्ली में मंकी पॉक्स का पहला मामला सामने है. मरीज को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है. मरीज एक 31 वर्षीय व्यक्ति हैस जिसका कोई यात्रा इतिहास नहीं है.
मरीज को बुखार और त्वचा के घावों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है. देश में इस मामले के साथ ही मंकी पॉक्स के कुल मामले बढ़कर तीन हो गए हैं. दिल्ली से पहले केरल में मंकी पॉक्स के मामले सामने आए थे.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शनिवार को मंकीपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (ग्लोबल इमर्जेसी ) घोषित किया. वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि 70 से अधिक देशों मेंमंकीपॉक्स का प्रकोप एक ‘असाधारण’ स्थिति है जो अब वैश्विक आपातकाल के रूप में योग्य है.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम गेरब्रेयियस ने एक बयान में कहा, “डब्ल्यूएचओ का आकलन है कि मंकीपॉक्स का जोखिम विश्व स्तर पर और यूरोपीय क्षेत्र को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मध्यम है, जहां हम जोखिम का आकलन करते हैं.”
बयान में आगे यह भी कहा गया है कि यह आगे अंतरराष्ट्रीय प्रसार का एक स्पष्ट जोखिम भी है, हालांकि अंतरराष्ट्रीय यातायात में हस्तक्षेप का जोखिम फिलहाल कम है. डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा “तो संक्षेप में, हमारे पास एक प्रकोप है जो दुनिया भर में तेजी से फैल गया है, संचरण के नए तरीकों के माध्यम से, जिसके बारे में हम बहुत कम समझते हैं, और जो अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों में मानदंडों को पूरा करता है.”
उन्होंने कहा, “इन सभी कारणों से, हमने फैसला किया है कि वैश्विक मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय चिंता का एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का प्रतिनिधित्व करता है.”