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दिल्ली: जंतर-मंतर पर बेकाबू हो गए किसान, बैरिकेडिंग तोड़ पहलवानों के प्रदर्शन में पहुंचे

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देश की राजधानी दिल्ली में जंतर-मंतर के पास सोमवार (आठ मई, 2023) को किसान का एक गुट बेकाबू हो गया. समूह ने इस दौरान वहां लगी बैरिकेडिंग तोड़ दी और अव्यवस्था के आलम के बीच पहलवानों के प्रदर्शन में एंट्री ली. दिल्ली पुलिस ने इस बारे में बताया, “किसानों के एक समूह को जंतर मंतर ले जाया गया. एंट्री बैरिकेड्स पर वे धरना स्थल पर पहुंचने की जल्दी में थे, जिसमें उनमें से कुछ बैरिकेड्स पर चढ़ गए जो नीचे गिर गए और उन्हें हटा दिया गया.

जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को सुविधा दी जा रही है. सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए DFMD के माध्यम से प्रवेश को विनियमित किया जा रहा है. कृपया शांतिपूर्ण रहें और कानून का पालन करें.” पहलवानों के समर्थन में हरियाणा के जींद से खटकड़ टोल प्लाजा समिति, खेड़ा खाप और किसान संगठनों से जुड़े लोग सोमवार को दिल्ली रवाना हुए थे. किसानों और खाप सदस्यों ने सिंह को पद से बर्खास्त करने की मांग उठाई. सरकार की ओर से पहलवानों के धरने की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

रवानगी से पहले खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि पहलवान देश की शान हैं, जिन्होंने खेलों के माध्यम से देश की पहचान विश्व में बनाई है और वही पहलवान आज धरने पर बैठे हैं.

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार प्रदर्शनकारी खिलाड़िय़ों की बात सुनने की बजाय बृजभूषण को बचा रही है और उन्हें अब तक पद से नहीं हटाया गया है. जब तक खिलाड़िय़ों को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक किसान व खापें उनके साथ डटी रहेंगी.

वैसे, एक रोज पहले किसान नेता राकेश टिकैत भी जंतर-मंतर पहुंचे थे. उन्होंने पत्रकारों से साफ कहा था कि यह बेटियों का मसला है, इसलिए इस पर पॉलिटिक्स नहीं की जानी चाहिए. यह पहलवान हमारे तिरंगे और देश की धरोहर और शान हैं. टिकैत ने इस दौरान यह भी संकेत दिए कि यह सरकार (मोदी सरकार) आसानी से नहीं मानने वाली है और यह आंदोलन/प्रदर्शन अभी कुछ और दिन चलेगा.

दरअसल, भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के मुखिया बृजभूषण शरण सिंह पर कुछ महिला पहलवानों की ओर से यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है. दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों की ओर से दी शिकायतों के आधार पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थीं. इसी मसले पर पहलवानों का एक गुट (बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित कई शीर्ष पहलवान) 23 अप्रैल, 2023 से दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शनरत है.

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